चंडीगढ़। रेप के पुराने मामले में पिछले साल डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को सजा मिलने के बाद 25 अगस्त 2017 को राम रहीम के चेलों ने पंचकूला में हिंसा और दहशत का माहौल फैलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। इसी हिंसा को लेकर हरियाणा सरकार ने कहा है कि राम रहीम के चेलों की इस कारस्तानी के चलते हरियाणा सरकार को 126 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। ये खुलासा एडवोकेट जनरल द्वारा पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सौंपे गए नुकसान के ब्यौरे में किया गया है। एडवोकेट जनरल ने कोर्ट को बताया कि राम रहीम के चेलों ने अपना विरोध जताने के चलते हरियाणा को कुल 126 करोड़ 68 लाख, 71 हजार, 700 रुपये का नुकसान पहुंचाया है।
इसमें से 18.29 करोड़ की संपत्ति, 88.30 करोड़ का राजस्व और 20.08 करोड़ रुपये हिंसा रोकने में खर्च हुए हैं। डेरा के गुण्डों को काबू करने में पुलिस, सेना और अर्ध सैनिक बलों पर किया गया खर्चा भी इसमे शामिल है। हरियाणा में इस दौरान सबसे ज्यादा नुकसान अंबाला को हुआ है। अंबाला में उपद्रवियों ने 46 करोड़ 84 लाख रुपये की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद फतेहाबाद का नंबर आता है।
हिंसा पर उतारू डेरा समर्थकों ने सिरसा में कुल 13.57 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। हिंसा का केंद्र रहे पंचकूला में 10.57 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ, इसके अलावा रोडवेज को 13.91 करोड़, रेलवे को 12.50 करोड़ और एनएचएआई को 1.86 करोड़ का राजस्व घाटा हुआ। बताते चलें कि पंचकूला हिंसा के दौरान 36 लोगों की मौत हुई थी। हिंसा के बाद स्वत संज्ञान लेते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने डेरे की सभी संपत्तियों को अटैच करने का आदेश देते हुए पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों को नुकसान का ब्यौरा सौंपने का आदेश भी दिया था। बताते चलें कि इन दोनों राज्यों में हुए नुकसान की भरपाई डेरा सच्चा सौदा की संपत्ति को कुर्क करके की जानी है।