लखनऊ: पंचायत चुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है, 15 अप्रैल से वोटिंग प्रक्रिया शुरु हो जायेगी। चार अलग-अलग चरणों में चुनाव होने हैं। लेकिन कुछ ऐसे गांव हैं जहां अभी चुनाव नहीं होगा।
पूरा नहीं हुआ है कार्यकाल
सीतापुर, बहराइच और गोंडा के कुछ गांव ऐसे हैं, जहां अभी पंचायत का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में यहां अभी सबके साथ चुनाव नहीं होंगे। इन सभी जगहों पर कुछ दिन बाद चुनाव करवाये जायेंगे। गोंडा के 10, सीतापुर के तीन और बहराइच के एक गांव में चुनाव नहीं होगा।
गोंडा के गांव में अदालती कार्यवाही के चलते देरी हो गई। इसमें दो वर्ष का समय लगा गया, इसीलिए अगला चुनाव यहां दो वर्ष बाद ही होगा। यहां बीडीसी के लिए वोट डाले जायेंगे, लेकिन अन्य पदों के लिए दो साल बाद मतदान होगा।
सीतापुर की तीन पंचायतों में 2016 में पड़े थे वोट
सीतापुर की तीन पंचायते ऐसी हैं, जहां 2016 में वोट डाले गए थे, लेकिन कोर्ट में मामला जाने के बाद देरी हो गई। यहां की ग्रामसभा रघुबर दयाल, भटपुरवा और राई पैड़हिया में बाद में वोट की प्रक्रिया संपन्न होगी। यहां परिसीमन के चलते देरी से वोट पड़े थे, इनके अतिरिक्त अन्य 1547 पंचायतों में वोट निर्धारित तिथि पर डाले जायेंगे।
बहराइच के एक गांव में नहीं पड़ेगा वोट
कपूरपुर पंचायत में चुनाव अभी अन्य सीटों के साथ नहीं होगा। पंचायत चुनाव जब तक कार्यकाल पूरा नहीं होता, नहीं करवाये जाते। कई जगहों पर परिसीमन और अन्य कारणों के चलते देरी हुई, जिसके कारण यह बदलाव देखने को मिल रहा है।
कोविड-19 को देखते हुए नए निर्देश
कोरोना के मामले उत्तर प्रदेश में बढ़ने लगे हैं, होली के त्यौहार में भी बाहरी लोगों के आने से खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है, नामांकन और प्रचार की प्रक्रिया को ज्यादा लोगों के साथ नहीं की जा सकेगी। वोटिंग के दौरान भी सोशल डिस्टैंसिंग का पालन किया जायेगा।