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पंचों सरपंचों और नेताओं को जिला में नहीं मिला सिक्योरिटी जोन..

sarpunch 1 पंचों सरपंचों और नेताओं को जिला में नहीं मिला सिक्योरिटी जोन..

आतंकवादग्रस्त जम्मू कश्मीर में पंचों और सरंपचों के अलावा स्थानीय नेताओं को जिला स्तर पर सिक्योरिटी जोन नहीं मिला है। आतंकियों ने अब तक करीब एक दर्जन पंचों सरपंचों और जिला के नेताओं को मार दिया है। सबसे अधिक नुकसान भाजपा को हुआ है।

sarpanch 2 पंचों सरपंचों और नेताओं को जिला में नहीं मिला सिक्योरिटी जोन..

भाजपा के 50 कार्यकर्ता पार्टी छोड़ चुके हैं। सरकार ने दावा किया था कि इन सरंपचों और पंचों के साथ ही जिला स्तर के कार्यकर्ताओं को जिला में ही सिक्योरिटी जोन में रखा जाएगा। कुछ समय के लिए सरंपच ओर पंचों को घाटी में ही सेफ जोन में भी रखा गया। भाजपा नेताओं पर आतंकी हमले केबाद राजनीतिक दलों के नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है। खौफजदा नेताओं ने भी सेफ जोन की डिमांड की। पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके परिवार आतंकियों की धमकी के कारण दहशत में हैं। जम्मू कश्मीर में आतंकी अब निचले स्तर के नेताओं पर आतंकी हमले के कारण राजनीतिक दलों ने लोकतंत्र पर खतरा बताया है।

लोकतंत्र पर चोट पहुंचा रहे आतंकी
जम्मू। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा पाक परस्त आतंकी लोकतंत्र पर लगातार चोट पहुंचा रहे हैं। सरकार चाहती है कि जल्द ही जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र की बहाली हो। लोकतांत्रिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए हथबंदी के लिए कमेटी बनाई गई है। जिसकी रिपोर्ट भी आ जाएगी। उसके बाद विधानसभा चुनाव कराने का इरादा है। आतंकियों की साजिश को कामयाब नहीं होने देंगे और राज्य में जल्द ही सरकार का गठन होगा। आम लोगों में लोकतंत्र में विश्वास की बहाली भी कराई जाएगी और आतंकियों को चुन चुन कर मारा जाएगा। पाकिस्तान बौखलाहट में है और और आतंकी गतिविधियां बढ़ाने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है। पाकिस्तान के इरादे भी नस्तोनाबूद कर दिए जाएंगे।

https://www.bharatkhabar.com/prashant-kanojia-arrested-by-up-police/
अस्थाई है व्यवस्था
जम्मू। कश्मीर जोन के आईजीपी विजय कुमार का कहना है कि पंचों और सरपंचों के लिए सरकारी इमारतों और होटलों में व्यवस्था अस्थाई है। होटलों और सरकारी इमारतों में उन्हें सुरक्षा प्रदान की गई है। जिला स्तर पर अन्य कार्यकर्ताओं के साथ उन्हें स्थाई तौर पर बसाया जाएगा। इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है और जल्द ही इन नेताओं और पंचों व सरपंचों को जिला स्तर के सिक्योरिटी जोन में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

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