नई दिल्ली। भारत को साल 2011 का विश्व कप जीते सात साल होने को आए हैं, लेकिन पाकिस्तान के शीर्ष ऑफ स्पिनर सईद अजमल आजतक इस बात का रोना रो रहे हैं कि आखिर 2011 विश्वकप के सेमीफाइल मुकाबले में अंपायरों ने सचिन तेंदुलकर को उनकी गेंद पर नाट ऑउट कैसे दे दिया था। बता दें कि 40 साल के अजमल ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। साल 2011 में पंजाब के माहोली में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सेमीफाइनल मुकाबले में सचिव तेंदुलकर ने 85 रन की शानदार पारी खेली थी। उस दौरान अजमल ने उन्हें ऑउट किया था। इस बात को लेकर अजमल ने कहा कि मैं आश्वस्त हूं कि वो पगबाधा ऑउट थे,लेकिन आज मुझे ये समझ में नहीं आया है कि अंपायरों ने उन्हें ऑउट क्यों नहीं दिया
उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना आसान नहीं था क्योंकि तेंदुलकर एंड टीम के खिलाफ गेंदबाजी करना हमेशा दातों तले लोहे के चने चबाने जैसा था। गौरतलब है कि 30 मार्च 2011 को खेले गए इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ 261 रनों की पारी खेली थी। इस दौरान सचिन ने 115 गेंदो पर 85 रन बनाए थे, जिसमें उन्होंने 11 चौके जड़े थे। उनके अलावा टीम इंडिया का कोई भी बल्लेबाज 40 का आकड़ा पार नहीं कर पाया था। पाकिस्तान भारत को आज तक कभी विश्व कप मुकाबलों में हरा नहीं पाया है। पारी की शुरुआत कामरान अकमल और मोहम्मद हाफिज ने की।
दोनों ने 44 रन जोड़ ही लिए थे कि जहीर खान ने अकमल को आउट कर दिया। इसके बाद 70 के स्कोर पर हाफिज भी आउट हो गए। मिस्बाह-उल-हक ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन वह भी जहीर का शिकार बने। पाकिस्तान की पूरी टीम 49.5 ओवर में 231 रनों पर ढेर हो गई और भारत 29 रनों से मैच जीत गया। सचिन तेंदुलकर को प्लेयर अॉफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक कारणों से क्रिकेट सीरीज नहीं खेली जाती। दोनों टीमें आईसीसी के मुकाबलों में ही आमने-सामने होती हैं।