नई दिल्ली। सीमा पर बार-बार सीजफायर का उल्लंघन कर रहे पाकिस्तान को धूल चटाने के लिए भारत के पास नई तकनीक आ सकती है। सेना में आधुनिकरण को बढ़ावा देने के लिए भारत, रूस से 39 हजार करोड़ डॉलर की एस-400 त्रिउंफ डिफेंस मिसाइल सिस्टम डील को जल्द ही फाइनल कर सकता है। इस डील के मुताबिक भारतीय सेना को एस 400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम मिलेगा,जोकि दुश्मनों की मिसाइलों को हवा में ही परास्त कर देगा। इस सिस्टम के भारत में आने से पाकिस्तान के न्यूक्लियर हमले का भी करार जवाब दिया जा सकेगा।
इस मिसाइल की बात करें तो इसमें लगा डिफेंस सिस्टम दुश्मनों के जासूस विमानों, मिसाइलों और ड्रोनों की पहचान कर उन्हें 400 किलोमीटर के दायरे में मार गिराने में सक्षम है। इसके अलावा ये सिस्टम एक साथ अपने 26 लक्ष्यों को भी भेद सकता है। दरअसल, बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से लगातार गोलीबारी और चीन की सीनाजोरी का जवाब देने के चलते इस डील को काफी अहम माना जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक रुस से ये डील 2018-19 में फाइनल की जा सकती है और अगर ऐसा होता है तो डील फाइल होने के 54 महीनों के अंदर ये डिफेंस सिस्टम भारत को मिल जाएगा।
वहीं चीन भी इसी तर्ज पर रूस से एस-400 सिस्टम लेने की फिराक में बैठा है। बताया जाता है कि हाल ही में रूस से चीन आ रहे कुछ एस-400 सिस्टम तूफान की चपेट में आ जाने की वजह से बर्बाद हो गए, लेकिन चीन फिर भी इस सिस्टम को पाने की कोशिशों में लगा हुआ है। इतना ही नहीं तुर्की और सऊदी अरब भी रूस से सिस्टम की डील कर रहे हैं।