गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पनामा गेट मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित की गई जांच कमिटि के सामने पेश हुए हैं। ऐसे में वह पहले प्रधानमंत्री हैं जो प्रधानमंत्री के पद पर बैठने के बाद भी पैनल के सामने पेश हुए हैं। नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने न्यायिक अकादमी रवाना होने से पहले ट्वीट के जरिए एक फोटो शेयर की जिसमें उन्होंने लिखा की आज के दिन ने इतिहास रच दिया गया है और स्वागत स्वागत योग्य उदाहरण कायम किया है। वही JIT (संयुक्त जांच दल) प्रमुख वाजिद जिया ने नवाज शरीफ से जुड़े सभी दस्तावेज के साथ 6 सदस्यीय दल के सामने पेश होने के लिए तलब किया गया था। वही नवाज शरीफ ने पेशी होने से पहले अपने करीबियों के साथ संबंधित मामले में विचार विमर्श किया था।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर मामले में एक JIT का गठन किया था। सुप्रीम कोर्ट ने JIT को किसी से भी संबंधित मामले में पूछताछ करने का हक दिया था। ऐसे में JIT ने नवाज शरीफ से पहले उनके बेटों को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। आपको बता दें कि JIT धन शोधन मामले की जांच कर रहा है। इस मामले में पीएम नवाज शरीफ और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। हालांकि नवाज शरीफ ने इन सभी आरोपो को अपने उपर से खारिज किया है।
JIT प्रमुख वाजिद जिया ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि पनामा पेपर मामले के सभी दस्तावेजों के साथ वह 15 जून को पूछताछ करने के लिए 6 सदस्यों की टीम के सामने पेश होंगे। नवाज शरीफ को यह पत्र एससीओ समिति से वापस लौटते वक्त जारी किया गया था। जिसके बाद नवाज शरीफ ने संबंधित मुद्दे पर अपने करीबियों से बातचीत की। वही अब ऐसा लगने लग गया है कि नवाज शरीफ की परेशानियां कम होने की जगह बढ़ने लग गई हैं। क्योंकि एससीओ सम्मेलन में चीनी शिक्षकों की हत्या मामले में चीन के राष्ट्रपति के जरिए नवाज शरीफ को अनदेखा किया गया था।