वॉशिंगटन। पाकिस्तान सरकार ने सिंध के राजनीतिक दल मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उसके कराची स्थित दफ्तरों को ध्वस्त किया है और कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इस पर अमेरिका ने कहा है कि वह कराची में कानून-व्यवस्थाबनाए रखने के पाकिस्तान सरकार के प्रयासों का समर्थन करता है। लेकिन, साथ ही कहा है कि सरकार यह कार्रवाई अपने कानून का सम्मान करते हुए करे। यह कार्रवाई तब शुरू की गई जब एमक्यूएम नेता अल्ताफ हुसैन ने पाकिस्तान के खिलाफ इसी माह फिर निंदात्मक बातें कहीं। इस कार्रवाई का मकसद पार्टी प्रमुख हुसैन का संपर्क पार्टी से काट देना है जो लंदन से इसका संचालन करते हैं।
अमेरिकी विदेश विभाग ने पाकिस्तान सरकार को याद दिलाया है कि इस तरह के सारे प्रयास हर हाल में कानून के तहत होने चाहिए। डॉन ऑनलाइन से साझा किए गए एक बयान में सोमवार को अमेरिकी विदेश विभाग ने कराची के मौजूदा हालात पर अमेरिका का रुख स्पष्ट किया। बंदरगाह शहर कराची में एमक्यूएम के खिलाफ अभियान जारी है। पिछले हफ्ते मीडिया के दफ्तरों पर जिस भीड़ ने हमला किया था, आरोप है कि उसका नेतृत्व एमक्यूएम के समर्थक ही कर रहे थे।
बयान में अमेरिकी प्रशासन एमक्यूएम के खिलाफ सरकार की कार्रवाई के समर्थन में दिख रहा है लेकिन आग्रह कर रहा है कि ऐसा करते समय वह अपने ही कानूनों का उल्लंघन नहीं करे। डॉन ऑनलाइन के मुताबिक, बयान में कहा गया है, “हम लोग इन घटनाओं पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और पाकिस्तान को कराची में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों का समर्थन जारी रख रहे हैं। साथ ही, इस पर जोर दे रहे हैं कि सारे प्रयास हर हाल में कानून के मुताबिक हों।”
एमक्यूएम के वरिष्ठ नेता फारूक सत्तार ने शनिवार को सरकार से आग्रह किया कि वह उनकी पार्टी पर ‘अघोषित प्रतिबंध’ खत्म करे। उन्होंने दावा किया कि पार्टी हुसैन और लंदन सचिवालय से अलग हो गई है और अब इसका नेतृत्व पाकिस्तान में है और वही पार्टी को चला रहा है।
एमक्यूएम ने कहा है कि वह अपने खिलाफ जारी अभियान का विरोध करने का हक रखती है। इस पर विदेश विभाग ने पार्टी से कहा है कि ऐसे विरोध हमेशा शांतिपूर्ण होने चाहिए। बयान में कहा गया है, “हम जनता की सभाओं और बोलने की आजादी के महत्व को लोकतांत्रिक समाज की आधारशिला मानते हैं, लेकिन इस महत्व पर भी जोर देते हैं कि ऐसे विरोध प्रदर्शन हर हाल में शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित किए जाएं।”