इस्लामाबाद। अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को मिलने वाली 2 अरब डॉलर की सैन्य मदद बंद करने के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने एक बड़े अमेरिकी जनरल को बताया कि राष्ट्र विश्वासघात महसूस कर रहा है और उसे आलोचना झेलनी पड़ रही है कि वो आतंकवाद से लड़ने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा पा रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी बुनियाद पर अमेरिका ने पाकिस्तान को मिलने वाली 2 अरब डॉलर की सैन्य सहायता राशि को बंद कर दिया है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने कहा कि वो सैन्य सहायता को बहाल करने की मांग नहीं करेंगे क्योंकि हमे उसकी कोई जरूरत नहीं है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उन्हें एक सम्माननीय मान्यता चाहिए।
बता दें कि इस हफ्ते दो बार अमेरिकी सेंट्रल कमांड के हेड जनरल जोसेफ एल वोटल और एक अमेरिकी सीनेटर ने बाजवा को दो बार फोन किया। बाजवा ने एक बयान में कहा कि सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने इस बात को दोहराया है कि पाकिस्तान मदद बहाली की मांग नहीं करेगा, लेकिन ये उम्मीद करता है कि क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमारे योगदान, बलिदान और संकल्प को सम्मान सहित स्वीकार किया जाए।
बाजवा ने बयान में ये भी कहा कि पाकिस्तान खुद को बलि का बकरा बनाए जाने के बावजूद भी पड़ोसी देश अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने की पहल का समर्थन करता रहेगा। हाल ही में अमेरिकी राष्टपति ने पाकिस्तान पर आतंकवाद के नाम पर धोखा देने और झूठ बोलने की वजह से बिलियन डॉलर की सहायता राशि को रोक दिया था।