इस्लामाबाद। हमेशा से ही भारत के लिए मुसीबत खड़ा करने वाला पाकिस्तान एक बार फिर से भारत की परेशानी को बढ़ा सकता है। मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान रणनीतिक रुप से महत्वपूर्ण गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र को पांचवां प्रांत घोषित करने की तैयारी में है।
जानकारों की मानें अगर पाकिस्तान ये कदम उठाता है तो भारत के लिए चिंता का सबब बन सकता है क्योंकि पाक के कब्जे वाले कश्मीर से सीमा साझा करने के कारण ये एक बड़ा फैसला होगा। पाकिस्तान के अंतर-प्रांतीय समन्वय मंत्री रियाज हुसैन पीरजादा ने एक चैनल से बात करते हुए कहा कि विदेशी मामलों के सलाहकार सरताज अजीज की अगुवाई वाली एक समिति ने गिलगिट-बाल्टिस्तान को प्रांत का दर्जा देने का प्रस्ताव रखा है। इसके साथ ही संविधान में संशोधन करना होगा।
बता दें कि बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, पंजाब और सिंध पाकिस्तान के 4 प्रांत है। पाकिस्तान में गिलगित-बाल्टिस्तान को एक अलग भौगोलिक क्षेत्र माना जाता है वहां प्रादेशिक सभाएं हैं और एक चुना हुआ मुख्यमंत्री भी है। जिस पर पाकिस्तान ने साल 1947 में ही कब्जा कर लिया था।