लाहौर। मंबई आतंकी हमलों की मास्टरमाइंड और भारत का सबसे बड़े दुश्मन हाफिज सईद ने अपनी पार्टी मिल्ली मुस्लिम लीग का लाहौर में पहला कार्यालय खोला है। बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान की सरकार ने राजनीतिक दल के तौर पर इस समूह के पंजीयन की मांग करने वाली याचिका का विरोध करते हुए कहा था कि ये समूह राजनीति में हिंसा और अतिवाद को बढ़ावा देगा। सईद ये पहले ही साफ कर चुका है कि वो अपनी पार्टी के बैनर तले अगले साल 2018 में पाकिस्तान में होने वाले आम चुनावों में उतरेगा। सरकार के मुताबिक एमएमएल प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा और जेयूडी की ही शाखा है।
चुनाव आयोग ने अक्टूबर महीने में राजनीतिक दल के तौर पर समूह का पंजीयन करने से मना कर दिया था। इस आदेश को एमएमएल ने चुनौती दी थी। सईद ने लाहौर की नेशनल एसेंबली -120 क्षेत्र में कार्यालय का उद्घाटन कल किया। सितंबर में जेयूडी का एक सदस्य यहां से उप चुनाव में खड़ा हुआ था। सईद की पार्टी का राजनीतिक दल के तौर पर पंजीयन करने से गृह मंत्रालय के इनकार के बावजूग सईद ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर ही दी।
गृह मंत्रालय स्पष्ट कर चुका है कि जिहादी गठबंधनों को मुख्यधारा में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। लाहौर में राजनीतिक कार्यालय खोलना बताता है कि सईद की राजनीति में उतरने की महत्वाकांक्षी योजना है। आतंकी गतिविधियों में भूमिका के लिए अमेरिका ने सईद पर एक करोड़ डॉलर का ईनाम घोषित किया है। पाकिस्तान की सरकार ने सईद को 24 नवंबर को नजरबंदी से रिहा कर दिया था।