नई दिल्ली। पाकिस्तान में सियासत करबटें बदलती नजर आ रही है। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएलएन नेता शाहिद खाकान अब्बासी और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बाद अब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान का नामांकन पत्र भी खारिज कर दिया था। जिसको लेकर पाकिस्तान की राजनीती में सरगर्मी बढ गई है। पाकिस्तान की एक अखबार के मुताबिक इस्लामाबाद के एनए-53 के लिए अब्बासी और उनके वैकल्पिक उम्मीदवार सरदार महताब ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। दोनों उम्मीदवार चुनाव आयोग के समक्ष जरूरी हलफनामा दायर करने में असफल रहे थे। जिसको लेकर चुनाव आयोग ने उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया था। वहीं चुनाव आयोग के एक अधिकारी का कहना है कि शाहिद खाकान अब्बासी अपने दस्तावेजों के साथ टैक्स रिटर्न की जानकारी देने में असफल रहे थे।
हाई कोर्ट ने साल 2013 में लगाई थी चुनाव लड़ने पर रोक
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्फ पर पेशावर हाई कोर्ट ने साल 2013 में ताउम्र चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी। जिसके आधार पर चुनाव आयोग ने उनका नामांकन पत्र खारिज कर दिया है। मुशर्फ इसके खिलाफ 22 जून तक अपील कर सकते हैं। वहीं मुशर्फ के अलावा अब्बासी समेत अन्य उम्मीदवारों ने ट्रिब्यूनस के फैसले को चुनौती देने की बात कही थी।ट्रिब्यूनल उम्मीदारों की अपील पर 27 जून तक फैसला सुनेगी। साथ ही वैध उम्मीदवारों की सूची 28 जून को जारी की जाएगी। जबकि उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख 29 जून है। प्रत्याशियों की आखिरी लिस्ट 30 जून को जारी की जाएगी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव होने वाले हैं और फिलहाल वहां कार्यवाहक सरकार सत्ता चला रही है। यह लगातार दूसरी बार है जब किसी चुनी हुई सरकार ने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया है।