शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मुलाकात की है। उन्होंने राजनाथ सिंह से कश्मीर मुद्दे पर चीन की बीच में आने पर चर्चा की है। उनका कहना है कि हिंसा फैलाने के लिए आतंकियों को पाकिस्तान से फंड और हथियार मुहैया कराए जाते हैं, यह साबित भी हो चुका है। उन्होंने कहा है कि सीमा में घुसपैठ कराने के लिए पाकिस्तान सेना आतंकियों की सहायता करती है। महबूबा मुफ्ती ने 10 जुलाई को अनंतनाग जिले में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बारे में गृहमंत्री से बात की है। उन्होंने कश्मीर की स्थिति के बारे में राजनाथ सिंह को जानकारी दी है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह और महबूबा मुफ्ती के बीच मुलाकात करीब 30 मिनट तक चली है। इस बीच दोनों नेताओं के बीच सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई। सुरक्षा के लिहाज से दोनों नेताओं के बीच अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा के मुद्दे पर बात हुई। दोनों नेताओं ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले पर जांच की दिशा और प्रगति के मुद्दे पर भी बातक की गई है। मुफ़्ती ने कहा, ‘कश्मीर में हम लॉ एन्ड ऑर्डर की लड़ाई नहीं लड़ रहे है। जब तक पूरा मुल्क, राजनीतिक दल साथ नहीं देते तब तक यह जंग नहीं जीत सकते है।’
मुफ़्ती ने कश्मीर में हालात बिगाड़ने के लिए बाहरी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया है। जम्मू कश्मीर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है। इस दौरान मुफ़्ती और राजनाथ के मध्य अमरनाथ हमले के बाद उपजे हालात पर विस्तृत चर्चा हुई। जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग में अमरानाथ यात्रियों पर हुए हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की महबूबा सरकार गंभीर हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों नेताओं ने मिलकर घाटी में लगातार बढ़ रही हिंसक घटनाओं पर चर्चा की।उल्लेखनीय है कि सोमवार शाम को अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में 7 श्रद्धालु मारे गए थे और 19 घायल हुए थे।