नई दिल्ली: अल्पसंख्यकों के बदहाल हालात को लेकर पाकिस्तान की बदनामी जगजाहिर है। इसके बावजूद बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के बयान के बहाने भारत में अल्पसंख्यक हितों पर टिप्पणी करने वाले पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान ने अब नया शिगूफा छेड़ा है। उनके इस बयान का भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने करारा जवाब दिया।
ट्वीट के जरिए निकाली भड़ास
क्रिकेटर से प्रधानमंत्री बने इमरान ने कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना की जयंती पर मंगलवार को अपने देश के अल्पसंख्यकों को भारत के विपरीत नए पाकिस्तान में समान नागरिक अधिकार देने की घोषणा की है। इमरान खान ने ट्वीट किया, ”जिन्ना ने एक लोकतांत्रिक मुल्क बनाया था. नया पाकिस्तान जिन्हा का पाकिस्तान है और हम ये सुनिश्चित करेंगे कि अल्पसंख्यकों को बराबर का नागरिक समझा जाए जैसा भारत में नहीं हो रहा.”
His struggle for a separate nation for Muslims only started when he realised that Muslims would not be treated as equal citizens by the Hindu majority. Naya Pak is Quaid’s Pak & we will ensure that our minorities are treated as equal citizens, unlike what is happening in India. https://t.co/xFPo8ahJnp
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 25, 2018
उन्होंने लिखा, जिन्ना ने मुस्लिमों के लिए अलग देश के लिए संघर्ष तब शुरू किया जब उन्हें ये समझ में आ गया था कि हिंदू बहुसंख्यकों द्वारा मुस्लिमों को बराबर का नागरिक नहीं समझा जाएगा.”
कैफ ने दिया करारा जवाब, नसीहत ना दें
टीम इंडिया के स्टार क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने करारा जवाब दिया है. कैफ ने उनके एक ट्वीट को कोट करते हुए लिखा, ”बटवांरे के वक्त पाकिस्तान में 20 प्रतिशत अल्पसंख्यक थे जो कि घटकर अब सिर्फ 2 प्रतिशत रह गए हैं. जबकि इसके दूसरी तरफ आज़ादी के बाद से भारत में लगातार अल्पसंख्यकों की आबादी बढ़ी है. पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के साथ बर्ताव पर लेक्चर देने वाला सबसे आखिरी देश होना चाहिए.”
There were around 20% minorities at the time of Partition in Pakistan,less than 2% remain now. On the other hand minority population has grown significantly in India since Independence. Pakistan is the last country that should be lecturing any country on how to treat minorities. https://t.co/6GTr3gwyEa
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) December 25, 2018
इससे पहले भी इमरान खान भारत में अल्पसंख्यकों को लेकर बयान देते रहे हैं. उन्होंने नसीरुद्दीन शाह के पोस्ट के बाद भी पीएम नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वो उन्हें दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है. हालांकि नसीरुद्दीन शाह ने उनके बयान का कड़ा विरोध किया था.