इस्लामाबाद। पाकिस्तान और भारत के बीच हमेशा ही तनाव बना रहता है दोनों देश एक दूसरे को चोट पहुंचाने का कोई मौका नहीं छोड़ते लेकिन इसी बीच एक ऐसी खबर है कि पाकिस्तान ने पिछले पांच सालों में 298 भारतीयों अप्रवासी भारतीयों को अपनी नागरिकता दे दी है। इसकी जानकारी इंतरिक मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में बयान जारी कर दी है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग के शेख रोहेल ने एस बात को लेकतर सवाल उठाया था कि अब तक कितने भारतीयों को पाकिस्तान की नागरिकता दी गई है।
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी आंतरिक मंत्रालय की ओर से 2012 में 48 लोगों को पाक की नागरिकता दी गई थी। 2013 में ये संख्या 75 और 2014 में बढ़कर 76 हो गई। 2015 में सबसे कम नागरिकता दी गई 2015 में कुल 15 भारतीयों को ही नागरिकता दी गई। 2016 में ये आकड़ा बढ़ कर 69 हो गया और 2017 में भी 15 लोगों को पाक कि नागरिकता हासिल हुई। माना जाता है कि पाकिस्तान ऐसा देश है जहां पर नागरिकता मिलना हमेशा मुश्किल रहा है। इंडिया, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और वर्मा के तमाम अप्रवासी यहां वर्षों से रह रहे हैं लेकिन उन्हें अभी तक नागरिकता नहीं मिल पाई है।
वहीं नागरिकता को लेकर यहां एक बड़ा मामला भी सामने आया है। मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसर पाकिस्तान में एक ऐसी भारतीय महिला को भी नागरिकता दी गई जिसका नागरिकता के लिए प्रार्थना पत्र 2008 से लंबित पड़ा था। इस महिला ने पाकिस्तानी नागरिक से शादी की थी। पति की मौत के बाद उसके सौतेले बेटों ने उसे घर और संपत्ति से बेदखल कर दिया था। पिछले साल मार्च में पूर्व आंतरिक मामलों के मंत्री चौधरी निसार अली खान के आदेश पर उसे नागरिकता मिली।