कोरोना की दूसरी लहर ने हमारे स्वास्थ्य विभाग की पोल पूरी तरह कर खोल कर खर दी। इस दौरान कई कमियां सामने आईं।
देश में कोरोना जब पीक पर था तो ऐसा कोई भी अस्पताल नहीं था जहां से रोने की आवाज नहीं आ रही हो। सभी अस्पतालों के बेड फुल थे और कहीं भी आॅक्सीजन नहीं मिल रही थी। आॅक्सीजन को लेकर हर तरफ मारामारी हो रही थी।
राजस्थान में नहीं होगी आॅक्सीजन की कमी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की घोषणा के बाद स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा के 7 सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के आदेश दे दिए हैं , और यह सभी आॅक्सीजन प्लांट अगले साल के अगस्त तक लगा दिए जाएंगे। ताकि मरीजों को किसी तरह की परेशानी ना हो। ये सभी प्लांट एक साल के रखरखाव और दो साल की वारंटी के साथ लगाए जाएंगे। अगले साल यानी अगस्त 2021 तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा।
नगर विकास न्यास उठाएगा खर्च
कोटा के 7 सरकारी अस्पतालों में आॅक्सीजन प्लांट लगने वाले हैं। जिसका खर्च वहन नगर विकास न्यास कोटा करेगा। नगर विकास न्यास कोटा दूसरे चरण में 7 ऑक्सीजन प्लांट लगाएगा। हालांकि सभी ऑक्सीजन प्लांट एक वर्ष के संचालन व रखरखाव और दो साल की वारंटी के साथ लगाए जाएंगे। ताकि लोगों को दूसरी बार इस तरह की परिस्थितियों से ना गुजरना पडे़।
इन 7 अस्पतालों में लगेंगे आॅक्सीजन प्लांट
कोटा के 7 सरकारी अस्पतालों में आॅक्सीजन प्लांट लगने जा रहें हैं। जिसमें उन्हें सेन्ट्रल लाइन के जरिये बेड तक ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकेगी। यह प्लांट मुख्य रूप से कोटा न्यू मेडिकल कॉलेज, एमबीएस हॉस्पिटल, जेके लॉन हॉस्पिटल, रामपुरा सेटेलाईट हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विज्ञान नगर, दादावाड़ी, कुन्हाड़ी, सामुदायिक केन्द्र ईटावा, कैथून, सांगोद और राजकीय चिकित्सालय रामगंजमण्डी में लगाए जाएंगे। यह प्लांट लगने के बाद लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी सुविधाएं मिलेंगी।