कोरोना महामारी का कहर देश और दुनिया में 6 महीने से बढ़ता ही जा रहा है। तमाम कोशिशों के बाद कोरोना की दवाई फिलहाल तो नहीं बन सकी है। लेकिन दो दवाई के बनने का का दावा किया जा रहा है।ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की कोरोना की वैक्सीन का पहला ह्यूमन ट्रायल सफल हो गया है। ब्राजील में किए गए ह्यूमन ट्रायल के बेहतरीन नतीजे आए हैं। ट्रायल में शामिल किए गए वॉलंटियर्स में वैक्सीन से वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक वैक्सीन के पूरी तरह सफल होने को लेकर तैयार हैं। साथ ही उन्हें भरोसा है कि सितंबर 2020 तक ये वैक्सीन लोगों को उपलब्ध करा दी जाएगी। इस वैक्सीन का उत्पादन एस्ट्रा जेनिका करेगी। वहीं, भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी इस परियोजना में शामिल है।
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तो वही, भारत में बायोटेक कंपनी नाक के जरिये ली जाने वाली एक विशेष वैक्सीन विकसित कर रही है। यूनिवर्सिटी आफ विस्कांसिन मैडीसन और वैक्सीन निर्माता कंपनी फ्लूजेन के वायरोलाजिस्ट ने भारत बायोटेक के साथ मिलकर दवाई की है जिसका परीक्षण शुरू हो गया है। हालाकि अभी तक ये बात पक्की नहीं हो सकी है कि, कोरोना की कौन सी दवाई कोरोना को खत्म करेगी।