हैदराबाद। देश में अब चुनाव का दौर शुरू हो चुका है। किसी न किसी राज्य में चुनाव के होने की खबर इन दिनों तेजी से चल रही है। अभी बिहार चुनाव का मुद्दा शांत हुआ था कि अब हैदराबाद निकाय चुनाव के प्रचार तेजी से हो रहा है। इसमें रोहिंग्या मतदाता बड़ा मुद्दा बनते दिख रहे हैं। रोहिंग्या मतदाताओं पर असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी के बीच रार बढ़ गई है। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने गृहमंत्री अमित शाह पर करारा हमला बोला है। तेलंगाना में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार करने पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी ने एक पब्लिक रैली में भाषण के दौरान कहा कि अगर वोटर लिस्ट में 30,000 रोहिंग्या हैं तो गृह मंत्री अमित शाह क्या कर रहे हैं, क्या वो सो रहे हैं? ओवैसी ने ये भी कहा कि ‘अगर बीजेपी ईमानदार है तो मंगलवार की शाम तक 1000 रोहिंग्या के नाम बताएं।
ये है पूरा मामला-
बता दें कि बीजेपी के यूथ विंग के अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या ने आरोप लगाया था कि ओवैसी केवल विकास की बात करते हैं लेकिन वो हैदराबाद मे केवल रोहिंग्या मुसलमानों को आने की इजाजत देते हैं। इतना ही नहीं तेजस्वी सूर्या ने ये भी कहा कि असदुद्दीन ओवैसी, मोहम्मद अली जिन्ना के अवतार हैं, उन्हें वोट देने का मतलब भारत के खिलाफ वोट देना है। हैदराबाद में प्रचार कर रहे तेजस्वी सूर्या ने कहा कि ये सिर्फ एक निगम चुनाव नहीं है, अगर आप यहां ओवैसी को वोट देते हैं तो वो महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, यूपी जैसे राज्यों में मजबूत होते हैं। उन्होंने ओवैसी भाइयों के लिए कहा कि ये ठीक वैसी ही बातें करते हैं जैसे मोहम्मद अली जिन्ना किया करते थे और विभाजनकारी राजनीति करते हैं। कट्टर इस्लाम की बात करने वाली एआईएमआईएम से लोगों को दूर रहना चाहिए। तेजस्वी सूर्या ने हैदाराबाद में केसीआर पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि वो हैदराबाद को इस्तांबुल बनाना चाहते हैं। सूर्या ने कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति लगातार भारत के खिलाफ बोलते हैं और केसीआर हैदराबाद को ही तुर्की की राजधानी इस्तांबुल जैसा बनाना चाहते हैं। यही कारण है कि वो लोग एआईएमआईएम के साथ गठबंधन में हैं, वो पाकिस्तान जैसा हैदराबाद चाहते हैं।
राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों ने संभाला मोर्चा-
गौरतलब है कि हैदराबाद में निकाय चुनाव के लिए एक दिसंबर को मतदान होना है। हैदराबाद में इस बार असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआीएम और केसीआर की टीआरएस अलग होकर चुनाव लड़ रही हैं जबकि राज्य की सत्ता में दोनों पार्टियां साथ हैं। नगर निगम के 150 वार्ड के लिए होने वाले चुनाव अहम माने जा रहे हैं और तेलंगाना के सीएम केसीआर की ओर से बयान दिया गया है कि इस बार वो ओवैसी के गढ़ में घुसकर उन्हें मात देंगे और सभी 150 सीटों पर लड़ेंगे भारतीय जनता पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अब दक्षिण के राज्यों में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रही है। तेलंगाना में इन दिनों हैदराबाद नगर निगम चुनाव के लिए जो प्रचार चल रहा है। इससे पहले राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों ने मोर्चा संभाल लिया है।