फतेहपुर। सूबे में निजाम नया है वादे नए हैं विकास के साथ भ्रष्ट्राचार और अपराध मुक्त प्रदेश बनाने का लेकर अगर लखनऊ के अफसरशाही गलियारों के बाहर की तस्वीरें देखी जायें तो आप की आंखे खुली रह जायेंगी। सरकार ने ओवरलोडिंग को लेकर कई निर्देश जारी किए हैं लेकिन जब प्रशासनिक अमले को ही निर्देशों का पालन करने में तकलीफ हो रही हो तो निर्देश की हालत क्या होगी। सूबे के फतेहपुर में प्रशासन की नाक के नीचे से ओवर लोडिंग के ट्रक गुजर रहे हैं।
खनिज सम्पदा को लेकर नौ घनमीटर माल की रायल्टी जमा कर अट्ठारह से बीस घन मीटर मोरंग लाद कर निकल रहे ट्रकों द्वारा सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। ओवरलोडिंग को लेकर एआरटीओ फतेहपुर की भूमिका सवालों के घेरे में है। आखिर कैसे शहर के प्रमुख मार्ग तहसील रोड से ये ट्रक रोजाना गुजर रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारी मौन धारण किए हुए हैं। इन ट्रकों की आवाजाही वदस्तूर जारी है लेकिन एआरटीओ साहब पता नहीं किस नींद में हैं कि जागने को तैयार ही नहीं हैं।
ये ट्रक नौ घनमीटर की रायल्टी देकर बीस से पच्चीस टन माल लद लेते हैं । जाहिर है इस ओवरलोडिंग के द्वारा सरकार को करोड़ों रूपये के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। वही स्थानीय लोगो की माने तो रात दिन ओवरलोड वाहनों के संचालन से कुछ दिन पहले ही बनी रोड गड्डों में बदल गयी है। जिसकी वजह से आये दिन दुर्घटनाएं हो रही है , एआरटीओ फतेहपुर सियाराम वर्मा इस मामले में एक महीने में अस्सी ट्रकों पर कार्यवाही की बात कहते हुए जिले में ओवर लोडिंग शून्यप्राय होने का दावा कर रहे हैं । लेकिन हालते तस्वीर कुल अलग ही बयां कर ही है।