नई दिल्ली। यूपी में भाजपा की प्रचंड जीत मिले एक महीना होने वाला है, लेकिन अभी भी ये जीत विरोधी दलों की गले की हड्डी बनी हुई है। ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा एक बार फिर से अपने उफान पर है। इसी के चलते सोमवार को विरोधी दल चुनाव आयोग से मुलाकात करेगा। बताया रहा है कि इस मुलाकात का समय शाम के 5 बजे है।
हालांकि चुनाव आयोग से पहले भी विपक्षी दल मुलाकात कर चुका है, जो कि बेनतीजा रही। इस बार 13 राजनीतिक दल एकजुट होकर आयोग से मिलेंगे और अपनी बात उनके सामने रखेंगे। इसके बाद आने वाले बुधवार यानि कि 13 अप्रैल को राष्ट्रपति से भी इसी मुद्दे पर मुलाकात करेंगे।
बता दें कि चुनाव के नीतीजे आने के बाद सभी विपक्षी दलों ने ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की बात कही थी। तभी आयोग ने शिकायत को सिरे से खारिज करते हुए दावा किया था मशीनों के साथ कोई छेड़छाड़ संभव नहीं है। हालांकि आयोग ने ये भी स्पष्ट किया था कि साक्ष्यों के आधार पर यदि आरोप संबंधी शिकायत उसके पास आई तो प्रशासनिक मोर्चे पर पूरी गंभीरता के साथ उसकी जांच होगी।
हाल ही में गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के राज्य विधानसभाओं के लिए हुए आम चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद बसपा प्रमुख मायावती, आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ किये जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि चुनाव में इस्तेमाल की गई इन मशीनों में मतदाता ने भले ही किसी भी दल को वोट किया लेकिन उसका वोट भाजपा के पक्ष में ही पड़ा।
भिंड के बाद इस मामले ने पकड़ा और तूल
वहीं कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के भिंड से ईवीएम मशीन की एक ऐसी खबर आई थी जिससे ऐसा लगता है कि वोटिंग मशीन में खराबी हो सकती है। उपचुनावों की तैयारिया का जायजा लेने मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिहं भिंज पहुंची। वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रायल के डेमो के लिए मशीन में 2 अलग-अलग बटन दबाएं तो भाजपा के वोट की पर्ची निकली।
मशीन से निकलती एक ही पार्टी की पर्ची बाहर आने के बाद सलीना ने वहां पर मौजूद सभी मीडियाकर्मियों को कहा कि वो इस खबर को बाहर नहीं आने को कहा। इसके साथ ही कहा कि अगर ये खबर बाहर आई तो पुलिस हिरासत में बैठाया जाएगा। जिसके बाद ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे ने फिर से तूल पकड़ा।