नई दिल्ली: मेघालय की एक कोयला खदान में 15 मजदूर बीते 18 दिनों से फंसे हैं। खदान में फसे सभी खनिकों को बचाने के लिए लगातार 18 दिन से राहत बचाव कार्य जारी है। इस दौरान एनडीआरएफ के असिस्टेंड कमांडेंट का कहना है कि अभी तक तीन हेलमेट मिले हैं।
15 सदस्यीय गोताखोर की टीम पहुंचेगी
वहीं शनिवार को भारतीय नौसेना भी इस अभियान में शामिल होगी। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। नौसेना के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा कि आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम से 15 सदस्यीय गोताखोर टीम शनिवार की सुबह पूर्वी जयंतिया पर्वतीय जिले के सुदूरवर्ती लुम्थारी गांव पहुंचेगी।
शनिवार को भारतीय नौसेना भी होगी शामिल
मेघालय में एक कोयला खदान में बाढ़ में 13 दिसंबर से फंसे 15 खनिकों को बचाने के अभियान में शनिवार को भारतीय नौसेना भी शामिल होगी। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। नौसेना के प्रवक्ता ने एक ट्वीट में कहा कि आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम से 15 सदस्यीय गोताखोर टीम शनिवार की सुबह पूर्वी जयंतिया पर्वतीय जिले के सुदूरवर्ती लुम्थारी गांव पहुंचेगी।
उन्होंने कहा, ‘यह टीम विशेष रूप से डाइविंग उपकरण ले जा रही है, जिसमें पानी के भीतर खोज करने में रिमोट संचालित वाहन शामिल हैं।’ पंप निर्माता कंपनी किर्लोस्कर बदर्स लिमिटेड और कोल इंडिया ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से मेघालय के उस सुदूरवर्ती कोयला खदान के लिये 18 हाई पावर पंप रवाना किये हैं, जहां 15 खनिक फंसे हुए हैं।
इस बीच भुवनेश्वर से मिली एक रिपोर्ट के अनुसार ओडिशा दमकल सेवा की 20 सदस्यीय टीम उपकरणों के साथ शुक्रवार को शिलांग के लिये रवाना हो गयी। उपकरणों में हाई पावर पंप, हाईटेक उपकरण और तलाशी एवं बचाव अभियान में स्थानीय प्रशासन के लिये मददगार कई गैजेट शामिल हैं। मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने कोयला खदान मुद्दे पर राष्ट्रीय राजधानी में बृहस्पतिवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।