नई दिल्ली। सत्ता संभालने के बाद मोदी सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया जिसने सभी को चौंका दिया, वो फैसला था नोटबंदी का। इस फैसले से देश की जनता को थोड़ी परेशानी हुई लेकिन जल्द ही हालातों को काबू में कर लिया। नोटबंदी का फैसला लेने के बाद एक के बाद एक ईडी द्वारा भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई जारी है। पहले ईडी ने कई नामी लोगों की कंपनियों पर छापेमारी की।
छापेमारी की कड़ी में ईडी ने आज 9 राज्यों में एक बार फिर से भ्रष्टाचार के आरोपों की पोल खोलने के लिए कदम उठाया है। खबरों के मुताबिक मोदी सरकार के ऑपरेशन ब्लैक मनी पार्ट 2 को ऑपरेशन ब्यूरोक्रेट्स का नाम दिया गया है। इस ऑपरेशन के तहत ईडी ने 18 नौकरशाहों के ठिकानो पर छापेमारी की है।
इन राज्यों में हुई छापेमारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिन राज्यों में ईडी ने छापेमरी की है उनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गोवा, राजस्थान, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ पश्चिम बंगाल शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी के दौरान ईडी को कई अहम दस्तावेज मिलें है जो कई करोड़ के कालेधन पर से पर्दा उठा सकते हैं।
ईडी पहले भी कर चुका है कार्रवाई
गौरतलब है कि ईडी एक के बाद एक कालेधन के ठिकानों पर कार्रवाई कर रहा है इससे पहले ईडी की ओर से की गई कार्रवाई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता छगन भुजबल के 46.7 करोड़ रूपये सफ़ेद करने वाली एक कंपनी के खुलासे की बात निकलकर सामने आई थी। साथ ही
नोएडा अथॉरिटी के पूर्व प्रमुख अभियंता यादव सिंह की कंपनियों पर छापेमारी की गई थी ताकि एक बड़े कालेधन के राज पर से पर्दा उठ सकें।