कानपुर में 8 पुलिसवालों को शहीद कर देना वाला विकास दुबे भले ही 10 जुलाई को मर गया हो।
ग्रेटर नोएडा। कानपुर में 8 पुलिसवालों को शहीद कर देना वाला विकास दुबे भले ही 10 जुलाई को मर गया हो। लेकिन उसकी मौत को लेकर आए दिन एक नया खुलासा होता रहता है। इसी बीच विकास दुबे को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसके बाद नोएडा एसटीएफ की टीम चौकन्ना हो गई है।
दरअसल विकास दुबे के नाम का एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओपीडी का पर्चा तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें हैरान कर देने वाली बात ये कि ये पर्चा 10 जुलाई को बनवाया गया था इसी दिन विकास दुबे को एनकाउंटर किया गया था। पर्चे को लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पर्चे पर विकास दुबे के नाम के साथ उसका उम्र 53 साल भी लिखा हुई है।
बता दें कि इस मामले के सामने आते ही पुलिस दादरी अस्पताल पहुंची वहा जाकर पुलिस ने ओपीडी में पर्चा बनाने वाले स्वास्थ्य कर्मी से पूछताछ की। इस मामले के सामने आते ही नोएडा एसटीएफ टीम भी चौकन्ना हो गई है और मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने पर्ची बनाने वाले कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है।
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वहीं इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर ओपीडी पर 10 जुलाई को विकास दुबे के नाम पर्चा कटने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और स्वास्थ्य कर्मी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया। इसके जवाब में स्वास्थ्य कर्मी ने जवाब दिया कि हमसे जिसके नाम से पर्चा बनवाया जाएगा हम उसे के नाम से पर्चा बनाते हैं। इसके बाद वही पर्ची मरीज के पास रहती है तो पर्ची हाईलाइट कैसे हुई? इस कांड के बाद ये मामला मीडिया में पहुचा और पुलिस जांच में जुट गई।