लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में अपने बयानों के कारण सुर्ख़ियों में रहने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद प्रदेश की सियासत में फिर उथल-पुथल मच गया। हालांकि, ओपी राजभर के कहना है कि कुछ काम लेकर मैं उनके पास गया था, कोई पोलिटिकल मामला नहीं था।
व्यक्तिगत काम के सिलसिले में की है मुलाकात: राजभर
इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारे में हलचल मचना तय थीं। इन्हीं हलचलों पर विराम लगाते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि कुछ व्यतिगत कामों को लेकर मेरी मुलाकात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष से हुई है। उन्होंने कहा, ‘इस मुलाकात का कोई पोलिटिकल एजेंडा नहीं था, ओम प्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ दिया है। मैं इस्तीफ़ा देकर निकला हूं, वापस जाने का कोई सवाल ही नहीं है।’
धरातल पर काम कर रहा भागीदारी संकल्प मोर्चा: ओपी राजभर
वहीं ओम प्रकाश राजभर ने कहा है 2022 चुनाव के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा धरातल पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम जनता के बीच जाकर अपनी नीतियों से वाकिफ करा रहे हैं। साथ ही सरकार की दमनकारी नीतियों से भी जनता को रूबरू करा रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनावों में सभी 403 सीटों पर मोर्चा चुनाव लड़ेगा और प्रदेश में सरकार बनाएगा।’
अखिलेश पर साधा निशाना
सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेस यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है, ‘अखिलेश कहते हैं कि आगामी चुनावों में छोटी पार्टी के साथ गठबंधन करेंगे। इससे साफ़ जाहिर है कि वोट छोटी पार्टियों के पास ही है, बड़े दलों के पास अब कुछ नहीं बचा है। वर्तमान में भाजपा, सपा, कांग्रेस सभी छोटे दलों को साधने में जुटी हुई हैं।’
‘के वोट देई भाजपा के’
वहीं ओपी राजभर ने यह भी कहा है कि भारतीय जनता पार्टी डूबती हुई नैया है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा के के वोट देई। पत्रकारों पर फर्जी मुक़दमे लगाए गए, किसान आन्दोलन कर रहा है, युवा रोज़गार के लिए प्रदर्शन कर रहा है और गरीब महंगाई से परेशान है। 2022 में भागीदारी संकल्प मोर्चा उत्तर प्रदेश को पांच जाति के पांच मुख्यमंत्री और 20 उपमुख्यमंत्री देगा।’