लखनऊ। कुर्सी और सियासत की जंग में सब कुछ जायज है…ये कहावत समाजवादी पार्टी में छिड़ी जंग पर एक दम फिट बैठती है। यूपी के चाचा-भतीजे के बीच की कलह अब किसी से छिपी नहीं है और ये पारिवारिक झगड़ा समय-समय पर बयानों के जरिए लोगों के सामने आता रहा है। जहां एक ओर यूपी के चुनावी रण में सूबे के मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी डिंपल यादव के जनसभाओं में इसकी गूंज कई बार सुनाई दे चुकी है तो अब सियासत की महाभारत में चाचा शिवपाल ने भी एक बड़ा बयान दिया है।
एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए शिवपाल ने कहा कि, मैंने अपमान और नुकसान झेला है। मेरे बारे में गलत बाते फैलाई गई लेकिन फिर भी मैं सुलह के लिए तैयार हूं। सीएम को बहकावे में नहीं आना चाहिए था मैंने उनकी हर बात मानी। नेता जी के कहने पर सपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार करुंगा लेकिन कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं कर सकता। मैं नेता जी के साथ हूं।
पहले की जंग अब भी जारी:-
अखिलेश और शिवपाल के बीच कलह की सुगबुगाहट तो काफी पहले से ही सुनाई दे रही थी लेकिन इन अफवाहों की पुष्टि उस समय हुई जब अखिलेश ने खुले मंच से मुलायम और शिवपाल के खिलाफ बगावती सुर तेज किए। इसके बाद जब मुलायम ने दोनों को समझौते के लिए बुलाया तो दोनों की झड़प हो गई थी और तब से चाचा-भतीजे की बीच की जुबानी जंग लगातार जारी है।
हालांकि आज समाजवादी के पूर्व वरिष्ठ नेता अमर सिंह ने इस सियासी महाभारत को मुलायम द्वारा लिखी गई कहानी करार देते हुए दावा किया है कि शिवपाल और सूबे के मुख्यमंत्री के बीच जो कुछ भी हुआ है वो सब स्क्रिप्डट है और सभी लोगों ने इसमें किरदार निभाएं है।