अयोध्या। एक बार फिर रामनगरी अयोध्या चर्चा में है, इस बार फिर रामजन्मभूमि विवाद को लेकर अयोध्या का नाम सामने आया है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर सुनवाई चल रही है। लेकिन इस बीच रहृरह कर सुलह की बातें सामने आती रहती हैं। बीते माह मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने इस मसले को ऑउट ऑफ कोर्ट निपटाने के लिए दोनों पक्षों को कहा था। इसके बाद से सुलह समझौते की कोशिशें तेज हो गई थीं।
अब इस बार में फिर एक बार देश की राजधानी दिल्ली में एक सेमिनार होने जा रहा था। सूत्रों की माने तो इस सेमिनार के जरिए इस मसले को सुलह करने की कोशिशें की जा रही हैं। इस सेमिनार में रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य और बीजेपी के पूर्व सांसद डॉ राम विलास दास वेदान्ती भी आ रहे हैं। इसके साथ ही इस सेमिनार में समझौते के नए मसौदे को पुणे की एमआइची वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष डॉ विश्वनाथ कराड पेश करेंगे। इस मामले में ये एक बार फिर नए सिरे से विकल्पों को तलाशने की कोशिश हो सकती है।
बताया जा रहा है कि नए विकल्प के तौर पर सेमिनार में जो फार्मूला पेश किया जाना है। उसके तहत 2.77 एकड़ जमीन पर भव्य भगवान श्री राम का मंदिर बने। इसके बदले 67 एकड़ जमीन पर श्री राम मानवता भवन बनाया जाए। यह भवन सभी धर्म के लोगों के लिए एक भव्य धार्मिक स्थल के तौर पर विकसित किया जाए। इस सेमिनार में बीजेपी के पूर्व सांसद और रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य डॉ राम विलास दास वेदान्ती के साथ पूर्व मंत्री मोहम्मद खान भी शिरकत कर रहे हैं।