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कोरोना काल का एक साल पूरा, लगा था लॉकडाउन, थम गया था देश, क्या फिर से वही होगा हाल?

lockdown 5 कोरोना काल का एक साल पूरा, लगा था लॉकडाउन, थम गया था देश, क्या फिर से वही होगा हाल?

नई दिल्ली: देश में कोरोना का एक साल पूरे हो चुका है। देश फिर से लॉकडाउन की बढ़ रहा है। फिर से वहीं पुराने दिन शुरू होने वाले हैं। क्योंकि बीच में जो कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ी थी वो अब पहले जैसे हो चुकी है। हालात पहले जैसे ना हों इसलिए कई राज्यों तो वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया है। नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया है। छत्तीसगढ़ में तो एक बार फिर से आंगनबाड़ी और स्कूल बंद कर दिए गए है। 10वीं और 12वीं को छोड़कर जूनियर क्लास को सरकार ने प्रमोट करने का आदेश जारी कर दिया है।

कोरोना काल के एक साल पूरे

साल 2020 में एक ऐसी बीमारी की शुरुआत हुई जिसने पूरी दुनिया को घर में बंद कर दिया। वो है कोरोना चीन के वुहान से एक ऐसे रहस्य मय बीमारी की उत्पत्ति हुई जिसने पूरी दुनिया को अपनी जद में ले लिया। दुनिया के सभी देशों ने लॉकडाउन लगाना शुरू कर दिया। सड़कों पर सिर्फ सन्नाटा नजर ही आता है। और उस सन्नाटे को चीरते हुए एंबुलेंस की आवाज या फिर पुलिस की गाड़ी का सायरना ही सुनाई देता था। बाकी सब कुछ थम गया।

जनवरी में पहला केस मिला

भारत में कोरोना के पहले केस की पुष्टि 30 जनवरी को हुई। केरल का एक मेडिकल छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया। जो कि चीन के वुहान से पढ़ाई करके वापस लौटा था। फिर धीरे-धीरे केस बढ़ने लगे। कोरोना से पहली मौत 76 साल के बुजुर्ग की हुई थी। जो कि कर्नाटक के कुलबुर्गी का रहने वाला था। 76 साल का बुजुर्ग साऊदी अरब से वापस लौटने के बाद कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। धीरे-धीरे बीमारी ने रौद्र रूप ले लिया उसके बाद सरकार ने कड़े कदम उठाए

पीएम मोदी ने उठाया था कड़ा कदम

पीएम मोदी ने कड़ा उठाते हुए 22 मार्च 2020 को देश में एक दिन के लिए जनता कर्फ्यू लगाया दिया था। जनता कर्फ्यू का पालन हर किसी को करना था। जनता कर्फ्यू सुबह 7 बजे से रात 9 बजे लागू रहा। इस दौरान हर किसी को घर में कैद रहने था। बाजार, दुकान, स्कूल, सार्वजनिक स्थल, दफ्तर, निजी संस्था सब कुछ बंद कर दिया गया था। सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं की छूट दी गई थी।

क्या कहा था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने?

जनता कर्फ्यू 22 मार्च 2020 यानी रविवार को लगाया गया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 मार्च 2020 को रात आठ बजे देश को संबोधित किया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के खतरे को सामने रखा था और हर किसी से 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की थी।

पीएम ने ताली-थाली बजाने की अपील की थी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से जनता कर्फ्यू के साथ-साथ एक और खास अपील की थी। 22 मार्च को शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अपने घरों की बालकनी पर खड़े होकर थाली बजाने की अपील की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि देश में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए स्वास्थ्यकर्मी, कोरोना वॉरियर्स को सलाम किया जाए और ताली-थाली बजाकर उन्हें सैल्यूट किया जाए।

जनता कर्फ्यू में सब कुछ था बंद

जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया, तब देश के कई संस्थानों ने पीएम की अपील के साथ कदमताल किया। भारतीय रेलवे, दिल्ली मेट्रो, सभी एयरलाइंस, मॉल, मूवी थियेटर्स, ट्रांसपोर्ट्स सर्विस ने भी जनता कर्फ्यू का समर्थन किया और 22 मार्च के लिए अपनी सर्विस को पूरी तरह से बंद कर दिया था. ।

जनता कर्फ्यू के बाद क्या हुआ था?

22 मार्च के जनता कर्फ्यू के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को एक बार फिर देश को संबोधित किया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू के पालन की तारीफ की थी, लेकिन इसी के साथ ही देश में 21 दिनों के पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। यानी लोगों को पूरे 21 दिन अपने घरों में रहना था, ना कोई कहीं आ सकता था और ना ही कोई कहीं जा सकता था। सबकुछ बंद यानी पूरा देशबंद।

15 अप्रैल से दूसरे चरण का लॉकडाउन लगा

देश में जब कोरोना की रफ्तार नहीं थमी तो सरकार ने दूसरे चरण का लॉकडाउन लगा दिया। इस दौरान पूरे देश में सब कुछ बंद था। हर तरफ सन्नाटा पसरा था। सड़कें बीरान थी। लोग घरों में कैद थे। सरकार ने राज्यों सरकारों को आदेश दिया की कोरोना पर काबू पाने के लिए सख्ती की जाए। इसके आलाव सरकार ने आदेश दिए की, हर थाने और हर कस्बे पर नजर रखी जाएगी और इसके बाद ही ढील दी जाएगी। जिन इलाकों में हॉटस्पॉट नहीं हैं और स्थिति सामान्य हो रही है वहीं 20 अप्रैल से लॉकडाउन में रियायतें दी गई हैं।

तीसरे चरण का लॉकडाउन

लॉकडाउन के तीसरे चरण के दौरान कोरोना दुनिया भर में दो लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका था। लेकिन भारत सरकार ने कुछ रियायतें दी थी। जैसे कि बसें आधी क्षमता के साथ चलाने का आदेश दिया गया। साथ ही सरकारी दफ्तरों में बड़े अधिकारियों को पूरी शक्ति के साथ काम करने के आदेश दिए गए। और शेष कर्मचारी आवश्यकता के अनुसार 33 प्रतिशत तक दफ्तर आएंगे। ग्रीन जोन में शामिल जिलों में शराब और पान की दुकानें खुलने के आदेश जारी किए गए थे।

फिर शुरू हुई अनलॉक की प्रक्रिया

देश में एक अक्टूबर 2020 से अनलॉक 5 की प्रक्रिया शुरू हुई। केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक, सिनेमा, थिएटर, मल्टीप्लेक्स को 50% क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी गई थी। इसके अलावा सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, स्विमिंग पूल को स्पोर्ट्सपर्सन की ट्रेनिंग के लिए, एंटरटेनमेंट पार्क को 15 अक्टूबर से फिर से खोलने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए गए थे। साथ ही उच्च शिक्षा संस्थानों में केवल पीएचडी, साइंस और टेक्नोलॉजी स्ट्रीम में पीजी के छात्रों के लिए लैब कार्यों की अनुमति दी गई थी।

एक साल बाद फिर लगेगा लॉकडाउन?

ठीक एक साल पहले जब जनता कर्फ्यू लगाया गया था, तब भारत में कोरोना वायरस के कुछ ही मामले थे। और तब ये रफ्तार भी डराने वाली लग रही थी। अब एक साल बाद भारत में कोरोना वायरस के मामले फिर उछाल मार रहे हैं। जो केस हर रोज 15 हजार के करीब पहुंच गए थे, अब फिर से एक दिन में 40 हजार के करीब मामले आ रहे हैं जो हर किसी को डरा रहे हैं। देश के कई हिस्सों में राज्य सरकारों ने चिन्हित शहरों में फिर से लॉकडाउन का रुख कर लिया है।

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