पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एक के बाद एक मुश्किलों में फंसते चले जा रहें हैं। चारा घोटाला मामले में उन्हें दोषी पाया गया और उसकी सजा लालू जेल में कांट रहे हैं वहीं चारा घोटाले के चाईबासा कोषागार मामले में भी सीबीआई की विशेष अदालत अपना फैसला सुनाएगी।
इस मामले में करीब 950 करोड़ रुपे का घोटाला हुआ था और रांची में विशेष अदालत आज इस मामले पर भी अपना फैसला सुनाएगी।कोर्ट के इस फैसले से लालू की मुश्किलें बढ़ती चली जा रही हैं।लालू पहले ही रांची की बिरसा मुंडा जेल में साढ़े तीन साल की सजा काट रहें हैं।
ये मामला 1990 के दशक का है जब लालू अविभाजित बिहार के मुख्यमंत्री थे और चाईबासा ट्रेजरी से कथित तौर पर 35.62 करोड़ रुपये फर्जी तरीके से निकाले गए थे।इस मामले में अदालत ने अपना फैसला 10 जनवरी तक सुरक्षित रख लिया था।कल लालू सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए थे।
चारा घोटाले से जुड़े जिस मामले में कल लालू की पेशी थी वो मामला डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ की अवैध निकासी से जुड़ा है। चारा घोटाले का ये सबसे बड़ा मामला है. इस मामले में लालू समेत 120 आरोपी शामिल हैं। 2018 की शुरुआत से ही लालू के सिर पर संकट मंडरा रहा है वहीं उनके परिवार पर ईडी भी नजर लगाए हुए है।बरसों पहले जो घोटाले लालू ने किए थे उनका हिसाब उन्हें अब देना पड़ रहा है।