जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान को लेकर बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल सीएम वसुंधरा राजे ने कहा था कि राजस्थान सरकार की तरफ से किए गए वादों को पूरा करने की कोई गारंटी नहीं हैं। सीएम राजे का ये बयान उनके बजट भाषण के तुरंत बाद आया था। अपनी सरकार के कार्यकाल के आखिरी बजट में उन्होंने प्रदेश की जनता से कई लोकलुभावन वादे किए हैं। सीएम ने आखिरी बजट पेश करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पूछा गया कि आप इतने कम समय में ये सब काम पूरा कैसे करेंगी तो उन्होंने कहe कि सभी काम पूरे होने की कोई गारंटी नहीं है।
अपने बजट भाषण में सीएम ने कल किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया था। सीएम के इस बयान पर विरोधियों को बैठे-बिठाये सरकार पर हमला बोलेने का मौका मिल गया है। राजस्थान कांंग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि अब बीजेपी खुद मान चुकी है कि उनका समय पूरा हो गया है। बता दें कि सोमवार को वसुंधरा राजे ने अपनी सरकार के इस कार्यकाल का आखिरी बजट पेश किया था। इस बजट में उन्होंने किसानों का 50 हजार तक का कर्ज माफा करने की घोषणा की थी।
सीएम ने कहा था कि इस कर्ज माफी से सरकार पर आठ हजार करोड़ रुपए का भार पड़ेगा। इतना ही नहीं वसुंधरा ने आठ महीने में एक लाख सरकारी नौकरियों की भी घोषणा की थी। इन सबके अलावा बजट में गरीबों को घर की रजिस्ट्री पर छूट देने का एलान भी किया गया था। सीएम ने ईडब्लूएस के मकान पर 2% ब्याज की बजाय 1% ड्यूटी लगाने का ऐलान किया था। साथ ही उन्होंने ये घोषणा भी की थी कि राजकीय आईटीआई को डिजिटल इंडिया योजना से जोड़ा जाएगा।