लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती के दलित-ब्राह्मण गठजोड़ को धार देने की कवायद शुरू हो चुकी है। बसपा के महासचिव और राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने इसकी शुरूआत भी कर दी है।
आज अयोध्या में ‘प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी’ से बसपा ने 2022 के विधानसभा का चुनावी आगाज भी कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे सतीश चंद्र मिश्रा ने कानपुर वाले विकास दुबे के बहाने ब्राह्मणों के दर्द को कुरेदने का प्रयास किया।
सतीश चंद्र मिश्रा ने इस दौरान विकास दुबे का जिक्र करते हुए कहा कि इस भाजपा सरकार में करीब 40 ब्राह्मण समाज के लोगों को जेल में डाल दिया गया है। कई लोगों का एनकाउंटर कर दिया गया है। यूपी की योगी सरकार ब्राह्मणों के खिलाफ लगातार साजिश रच रही है। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मणों के साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है।
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि गाड़ी फिसलाकर बाहर निकालकर एनकाउंटर किया गया है। इस सरकार में ब्राह्मण समाज के उपर खूब अत्याचार हो रहे हैं। गौरतलब है कि बसपा इस बार 2007 के विधानसभा चुनाव के फॉर्मूले के साथ अपनी तैयारियों को अंजाम देने में जुटी हुई है। इस बार सतीश चंद्र मिश्रा को इस चुनावी आगाज की कमान सौंपी गई है।
अयोध्या में हो रहे ‘प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी’ को पहले ब्राह्मण सम्मेलन का नाम दिया गया था। लेकिन, कोर्ट के आदेशों का ख्याल रखते हुए इसका नाम बदल दिया गया है। कोरोना की गाइडलाइन के बीच बसपा के इस सम्मेलन पर सभी दलों की नजर बनी हुई है।