नई दिल्ली। दिल्ली हाईकोर्ट ने सीमा सुरक्षा बल के एक जवान द्वारा खराब खाना देने के आरोपों की जांच करने के लिए दायर की गई याचिका पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। चीफ जस्टिस जी रोहिणी की अध्यक्षता वाली बेंच ने ये नोटिस जारी किया है।
केंद्र सरकार के एक पूर्व कर्मचारी पूरन चंद आर्या ने याचिका दायर कर मांग की है कि बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें जवानों को खराब खाना और अफसरों के भ्रष्टाचार की बात सामने आयी है। याचिका में मांग की गई है कि देश के सभी अर्धसैनिक बलों की स्थिति के बारे में कोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय से स्टेटस रिपोर्ट देने का दिशा निर्देश जारी करे । याचिका में कहा गया है कि ऐसी घटनाओं से सैनिकों के मनोबल पर असर पड़ता है।
बता दें, कुछ दिन पहले बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव की भोजन की गुणवत्ता संबंधी शिकायत पर गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। जिसमें ये कहा गया है बीएसएफ जवान ने राशन की गुणवत्ता को लेकर जो शिकायत की थी, वह जांच में सही नहीं पाई गई है।
मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सीमा पर तैनात जवानों को उचित गुणवत्ता का भोजन दिया जा रहा है। जवानों में भोजन की गुणवत्ता को लेकर कोई अंसतोष नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार किसी भी अर्द्धसैन्यबल शिविर में राशन की कमी नहीं है और उनकी गुणवत्ता की नियमित रूप से जांच होती है। बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से उसे मुहैया कराए जा रहे भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाया था। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद केंद्र सरकार हरकत में आई और प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी।