लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 325 सीटें जीतकर इतिहास रचने वाली भाजपा के मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह भी कई मायनों में बेहद खास होगा। 19 मार्च को होने वाले इस आयोजन की तैयारी जहां तेजी से शुरू हो गयी है, वहीं बेहद कम समय में हो रहे इस समारोह के निमंत्रण भी हाईटेक तरीके से दिए जायेंगे। इसके लिए ई-मेल का सहारा लिया जायेगा। जानकारी के मुताबिक सीएम का शपथ ग्रहण कार्यक्रम शाम 5 बजे शुरु होगा।
हाईटेक तरीके भेजा जाएगा बुलावा:-
पार्टी में शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किए जाने वाले वीआईपी, नेताओं की सूची तेजी से तैयार की जा रही है। उनकी ई-मेल आईडी जुटायी जा रही है। सभी प्रमुख लोगों का ग्रुप बनाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक जैसे ही शनिवार को मुख्यमंत्री का नाम सार्वजनिक किया जायेगा। इसके बाद इन सभी लोगों की ई-मेल आईडी पर सीएम के शपथ ग्रहण का कार्ड भेज दिया जायेगा। इस कार्ड की भाषा शैली भी बेहद खास है और इससे शीर्ष नेतृत्व की ओर से तैयार कराया गया है।
राम मंदिर से जुड़े संतों को भेजा जा सकता है निमंत्रण:-
बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह के ई-कार्ड भेजने का जिम्मा पार्टी के केन्द्रीय आईटी सेल को दिया गया है, जो इस काम को बेहद कम समय में पूरा करने के लिए तैयारी में जुटा हुआ है। इसके साथ ही अगर शपथ ग्रहण में बुलाये जाने वाले मेहमानों की सूची पर नजर डालें तो इसमें सभी धर्मों के बड़े गुरूओं को बुलाये जाने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा रामजन्म आन्दोलन से जुड़े प्रमुख संतों को भी खासतौर से बुलाया जायेगा। इनमें रामजन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महन्त नृत्यगोपाल दास का नाम भी सुर्खियों में है। इसके अलावा स्वामी वासुदेवानन्द सरस्वती, बाबा रामदेव, रविशंकर को भी बुलाये जाने की चर्चा है।
शपथ समारोह में दिख सकते है नीतीश कुमार:-
निमंत्रण पत्र के जरिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी बुलाया जायेगा। अगर नीतीश यहां आते हैं, तो आने वाले समय में कुछ नए राजनीतिक समीकरण बनने की भी उम्मीदें हैं। वहीं पार्टी उत्तर प्रदेश मूल के अप्रवासियों और वहां के कारोबारियों को भी बुलाने की तैयारी कर रही है। कहा जा रहा है कि दरअसल भाजपा स्पष्ट सन्देश देना चाहती है कि वह यूपी के विकास को लेकर बेहद गम्भीर है और शपथ ग्रहण के साथ ही उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में काम शुरू कर दिया जायेगा। इसलिए वह अप्रवासी कारोबारियों को यहां निवेश के लिए आकर्षित करना चाहती है।
नवगठित सरकार की ओर से इन लोगों को उद्योगों के अनुकूल माहौल और सुविधाएं प्रदान करने का आश्वासन दिया जायेगा। इसके साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को भी निमंत्रण पत्र भेजने की कवायद चल रही है। दरअसल पार्टी ने बुन्देलखण्ड और पूर्वांचल के विकास का अलग से खाका तैयार किया है। ये विशेषज्ञ ऐसे पिछड़े क्षेत्रों के सुनियोजित विकास की दिशा में अपनी योजनाओं को सरकार के सामने रखेंगे, जिससे प्रदेश समग्र विकास की दिशा में आगे बढ़ सके।
मोदी रहेंगे मेन फोकस:-
इसके साथ ही इस पूरे आयोजन का आकर्षण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहेंगे। भाजपा का यूपी से सियासी वनवास खत्म करने में पीएम मोदी की ही सबसे प्रभावी भूमिका रही है। पार्टी रामलहर में भी इतनी सीटें जीतने में कामयाब नहीं हो पायी थी, जितनी उसने मोदी सुनामी की बदौलत जीती है। वहीं पार्टी अध्यक्ष अमित शाह सहित कई केन्द्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, वरिष्ठ नेता-पदाधिकारियों सहित विभिन्न संगठनों के लोग शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे।