featured दुनिया

WHO चीफ की चेतावनी: ओमिक्रॉन को आखिरी वैरिएंट समझना खतरनाक, सही कदम उठाना जरूरी

WHO चीफ की चेतावनी: ओमिक्रॉन को आखिरी वैरिएंट समझना खतरनाक, सही कदम उठाना जरूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम ने कोरोना महामारी पर बड़ा बयान दिया है। टेड्रोस ने कहा कि ओमिक्रॉन को कोरोना का आखिरी वैरिएंट समझना खतरनाक हो सकता है।

यह भी पढ़ें  :-

CBSE 10वी, 12 वीं टर्म-2 एग्जाम: मार्च-अप्रैल में हो सकते हैं पेपर

वे UN हेल्थ एजेंसी एग्जीक्यूटिव बोर्ड मीटिंग में थे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर महामारी से बचने के लिए बड़े पैमाने पर उपाय किए जाते हैं तो 2022 के आखिर तक यह खत्म हो सकती है।

टेड्रोस ने कहा कि भविष्य में इस तरह के हालात को रोका जा सके, इसलिए मौजूदा महामारी से सबक सीखने और नए समाधान खोजने की जरूरत है। इसके लिए हमें महामारी के खत्म होने का इंतजार नहीं करना चाहिए।

कोरोना से हो रहीं मौतें
WHO चीफ के मुताबिक, पिछले हफ्ते के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो हर तीन सेकंड में 100 लोग कोरोना से संक्रमित हुए। इस वायरस ने हर 12 सेकंड में एक इंसान की जान ली। 2019 में पहला केस आने के बाद से अब तक कोरोना वायरस दुनियाभर में 56 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है।

WHO कई महीनों से मांग कर रहा है कि गरीब देशों में वैक्सीन पहुंचाने में तेजी लाएं। संगठन ने सभी देशों से जून 2022 तक अपनी कम से कम 70% आबादी का वैक्सीनेशन करने की अपील की है।

WHO के 194 सदस्य देशों में से आधे देशों ने 2021 के आखिर तक अपनी 40% आबादी को वैक्सीन लगा दी थी। इसी दौरान अफ्रीका में 85% लोगों को वैक्सीन का एक भी डोज नहीं मिला था।

अभी आ सकते हैं और खतरनाक वैरिएंट
WHO चीफ ने कहा कि दुनिया को कोविड के साथ रहना सीखना होगा। ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में कम गंभीर वैरिएंट है। इसके मामलों में विस्फोटक वृद्धि होने के बावजूद मौतों का आंकड़ा कम है। यह मानना ​​खतरनाक होगा कि ओमिक्रॉन कोरोना का आखिरी वैरिएंट होगा या यह महामारी का आखिरी दौर है। इसके उलट दुनिया भर में कोरोना के नए वैरिएंट सामने आने का खतरा है, जो और ज्यादा घातक हो सकते हैं।

Related posts

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया वैक्सीनेशन सेंटर का निरीक्षण

sushil kumar

क्या चुनाव की टेंशन में हैं लालू? परिणाम से पहले बिगड़ी तबीयत!

Hemant Jaiman

पीएम मोदी के बाद रक्षा मंत्री भी बरसे : पाकिस्तान और नरक में जाना एक समान

bharatkhabar