ऋषिकेश। कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सभी लोग हरकत में आ गये और आनन-फानन में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट को बैंक में जमा करने लगे। केंद्र सरकार ने 50 दिन में यह काम पूरा करने का समय दिया। इतना कुछ होने के बाबजूद देश में शायद कालाधन खत्म नहीं हो पाया है। उत्तराखण्ड के मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में एक कबाड़ी वाले को शुक्रवार को 9 लाख 85 हजार के पुराने नोट नाले के किनारे बिखरे मिले। पुलिस ने नोटों को जब्त कर सूचना आयकर विभाग को दे दी है।
मुनिकीरेती थाने के प्रभारी रवि ने संवाददाताओं से बातचीत में बताया कि ऋषिकेश लक्ष्मणझूला मार्ग पर तपोवन के पास पेट्रोल पम्प के निकट से बह रहे नाले में जो कबाड़ बीनने का काम करने वाले नेपाल के बांसकोट जिला कैराली आंचल महाकाल निवासी उत्तम कुमार पुत्र भोगीराम ठारु को 500-500 के पुराने नोटों की गड्डियां बिखरी मिली जिन्हें वह बोरे में भरकर तपोवन में स्थित गाइड के कार्यालय में ले आया। यहां उसे प्रेम कुमार शुक्ला, रमाकांत उपाध्याय व प्रमोद मण्डल मिले, इन लोगों ने उक्त रुपये मिलने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस उत्तम कुमार को पकड़कर थाने ले आयी।
नोटों की गिनती की गई तो वह 9 लाख 85 हजार निकले। इससे पूर्व उत्तम कुमार ने 500 का नोट एक चाय की दुकान पर चाय पीने के बाद चलाने का प्रयास किया लेकिन चाय वाले ने 500 का नोट लेने से मना कर दिया। फिलहाल आयकर विभाग स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर नोट कहां से आये इसके बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है।