लखनऊ: महंगाई आम आदमी के लिए हमेशा जीवित रहने वाली समस्या है। इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश में स्थिति सामान्य नहीं है। सरसों के तेल और रिफाइंड आयल की कीमत घटने उम्मीद फीकी पड़ रही है। लॉकडाउन में जहां लोगों का रोजगार बंद हो गया है, वहीं महंगाई अभी भी जान खा रही है।
सरसों तेल ₹175 लीटर पहुंचा
तेल का इस्तेमाल खाने कि कई चीजों में होता है। ऐसे में इसके दाम बढ़ने से आम आदमी को बड़ी दिक्कत होती है। मौजूदा स्थिति पर नजर डाले तो सरसों का तेल ₹170-175 प्रति लीटर तो वही रिफाइंड ₹160-165 प्रति लीटर है। बीते 3 माह से लगातार स्थिति संभलने का नाम नहीं ले रही।
फसल अच्छी होने से बढ़े दाम
मंडी में मौजूद किसानों के अनुसार इस वर्ष सरसों की फसल अच्छी नहीं हुई। ऐसे में तेल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, इसका असर बिक्री पर भी पड़ रहा है। लोग कम मात्रा में तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारी कीमत होने के कारण ऐसा देखने को मिल रहा है। पिछले वर्षों से ही लॉकडाउन लगना शुरू हो गया था।
बीच में स्थिति कुछ दिन के लिए सामान्य हुई थी, लेकिन कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने सब कुछ फिर बर्बाद कर दिया। ऐसे में आम लोगों के लिए आय का कोई स्रोत नहीं है। दूसरी तरफ महंगाई अपने चरम पर है।