लखनऊ। योगी सरकार के गुड गर्वनेंस के दावों के बीच एक कड़वा सच यह है कि अफसर जनता की नहीं सुन रहे। सोमवार को कई जिलों में तैनात अफसर रियलिटी चेक में फेल हो गए। अफसरों ने लखनऊ से गई कॉल अटेंड नहीं की। जिन अफसरों के पास शासन की सुनने की फुरसत नहीं है, वो जनता की कैसे सुनते होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में बेहतर शासन के लिए दिन रात कोशिश कर रहे हैं। मगर, कुछ अफसर उनकी मंशा नहीं समझ रहे हैं। रियलिटी चेक में फोन न उठने पर सीएम ने अफसरों के रवैया पर कड़ी नाराजगी जताई है। ऐसे सभी कमिश्नर और डीएम को नोटिस भेजा गया है।
सरकार ने प्रदेश के 25 डीएम, चार कमिश्नर और कुछ जिलों के एसएसपी से जवाब मांगा है। इन सभी से फोन न उठाने का कारण तीन दिन में बताने को कहा गया है।
इन मंडलों के कमिश्नर से मांगा गया है जवाब
वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या व बरेली
इन जिलों के डीएम नहीं उठाते हैं फोन
गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, बदायूं, अलीगढ़, कन्नौज, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर, फिरोजाबाद, हापुड़, अमरोहा, पीलीभीत, बलरामपुर, गोंडा, जालौन, कुशीनगर, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर झांसी, मऊ, आजमगढ़, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और बरेली।
आगरा मंडल के किसी जिले के एसपी-एसएसपी ने फोन नहीं उठाया
आगरा मंडल के अफसरों ने तो हद ही कर दी। पूरे मंडल में किसी भी डीएम और एसएसपी ने सरकार का फोन नहीं उठाया।
इन जिलों के एसएसपी ने नहीं उठाया फोन
अलीगढ़, प्रयागराज, कानपुर नगर, रायबरेली, कन्नौज, औरया, कुशीनगर, जालौन के एसएसपी का फोन नहीं उठा।