लखनऊ। कोरोना का कहर थोड़ा कम हुआ है लेकिन इधर अब स्वास्थ्यकर्मियों की मांगों की सुनवाई नहीं होने से अब उनकी नाराजगी बढ़ गई है। इधर संजय गांधी पीजीआई के नर्सिंग स्टॉफ एसोसिएशन (एनएसए) ने धरने का ऐलान कर दिया है। जबकि, यूपी सरकार ने एस्मा लगाकर प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन आदि पर रोक लगा दी है। ऐसे में सरकार और कर्मचारी अब आमने सामने आ गए हैं।
एनएसए की अध्यक्ष सीमा शुक्ला ने बताया कि हमारी मांगों की लगातार अनदेखी की जा रही है। इस संबंध में संस्थान के निदेशक को मांग पत्र भी सौंपा गया है। लेकिन, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
उन्होंने कहा कि निदेशक को आए सवा साल से ज्यादा वक्त हो चुका है। लेकिन, अभी तक आश्वासन के सिवाय एक भी काम नहीं हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां पर केवल ग्रुप ए के अधिकारियों का ही काम होता है। संस्थान में यही पॉलिसी चल रही है।
सीमा शुक्ला ने आरोप लगाया कि संस्थान में एक विशेष वर्ग के ही अधिकारियों और कर्मचारियों को फायदा दिलाया जा रहा है। यह अन्यायपूर्ण है। लेकिन, अब इसको और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम मरीजों की सेवा में दिन रात लगे रहते हैं लेकिन हमें हमेशा अनदेखा किया जाता है।
महामंत्री सुजान सिंह ने बताया कि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है इसलिए कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा धरना दिया जाएगा। अगर हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तो कार्य बहिष्कार करने को बाध्य होंगे।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इमरजेंसी सेवाओं को जारी रखा जाएगा। इस दौरान कोविड के नियमों का पूरी तरह पालन होगा। उन्होंने कहा कि हम अपनी मांगों को कब तक टालेंगे। क्योंकि कोरोना के खतरे की आशंका तो बनी ही रहेगी लेकिन हमारी मांगें जायज हैं, ऐसे में पूरी सजगता से हम अपनी मांगों को लेकर धरना देंगे।