फतेहपुर। स्वास्थ विभाग के अनदेखी के चलते इस जनपद में कितने नर्सिंग होम ऐसे चल रहे हैं जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं है, और संचालक अपनी अपनी जेबें गरम करने में लगे हुए हैं। खुलेआम इंसान के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा हैं। उसके बाद भी अधिकारी अपनी अपनी सीट में आराम फरमा रहे हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है, इस जनपद में गलत इलाज से नर्सिंग होम में लगभग एक दर्जन से अधिक मौते हो चुकी हैं। मगर इसके बाद भी संचालक अपनी अपनी मौत बाटने की दुकान उसी तरह चला रहे हैं। हाल ही में फिर एक मौत गलत इंजेक्शन लगाने से हो गयी। वह भी बिना डिग्री के डॉक्टर के इलाज से ।इतना होने के बाद भी स्वास्थ विभाग संजीदा नज़र नहीं आ रहा हैं। यह मामला उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के शिवपुर गाँव का हैं।
उत्तर प्रदेश फतेहपुर जिले के थरियांव थाने के शिवपुर गाँव निवासी राम बरन खेती किसानी कर के अपना और अपने परिवार की जीविका चला रहा था। रोज की तरह वह सुबह उठा मगर उसको सर्दी लग रही थी और उसके सीने में दर्द सा होने लगा तभी पत्नी को रामबरन ने जानकारी दी देखते ही देखते परिजन एकत्र हो गए और आनन् फानन में आम्बापुर स्थिति नर्सिंग होम जय माँ दुर्गे में दिखाया। परिजनों का कहना है की राम बरन को डॉक्टर धर्मेन्द्र ने एक इंजेक्शन लगाया और एक मिनट के अंदर उनकी मौत हो गयी। नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर धर्मेन्द्र ने परिजनों को किसी तरह समझा बुझा कर लाश के साथ गाँव भिजवा दिया।
सूत्रों की माने तो डॉक्टर ने मौत की कीमत अदा कर के अपना दामन बचा लिया। और शव को आनन् फानन में चिता के हवाले करवा दिया। मगर परिजनों की जबान सच उगलने से किसी तरह का परहेज नहीं कर रही थी।पत्नी से लेकर परिवार वाले डॉक्टर के खिलाफ बयान बाजी करते नज़र आये। जानकारी के अनुसार आम्बापुर स्थिति नर्सिंग होम जय माँ दुर्गे का कोई रजिस्टेशन नहीं हैं और न ही डिग्री मगर यहां पर दवाओं से लेकर मरीजो का आपरेशन और मरीजो को देखने का पूरा पूरा इन्तिज़ाम हैं। बिना डिग्री का यह डॉक्टर खुले आम मौत बाट रहा हैं। मगर इसके बाद भी स्वास्थ विभाग संजीदा नहीं। यह कोई पहली मौत नहीं इस तरह कितनी मौते हो चुकी हैं इन बिना डिग्री के डाक्टरो के हाथो। समाज सेवक विद्या भूषण तिवारी ने बताया की जिले में एक दर्जन से अधिक बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम चल रहे हैं। स्वास्थ विभाग को मालूम भी हैं मगर हमने अवगत भी कराया इसके बाद भी कोई कार्यवाही इनपर नहीं की गयी जिले के अंदर बिना डिग्री के डाक्टरो की दूकाने रेड़ी की तरह सजी हैं। इस बारे में स्वास्थ अधिकारी ने जांच कराने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लिया।
-मुमताज़ इसरार