देहरादून। कश्मीर घाटी में हो रही हिंसा का असर आईएमए देहरादून की पासिंग आऊट परेड पर भी दिखा, जहां पासिंग आऊट परेड के दौरान सेना प्रमुख बिपिन रावत ने साफ तौर पर कहा कि जम्मू कश्मीर जैसे तनावग्रत इलाकों में जहां सेना के ऑपरेशन के आगे महिलाएं आकर प्रदर्शन करती हैं। वहां पर अब महिला सैनिकों की तैनातगी की जरूरत है। इसके लिए जल्द ही सेना में महिलाओं की भर्ती शुरू की जायेगी। हमें काफी दिनों से महसूस हो रहा है कि अब हमें ऐसे इलाकों में महिला सैन्य टुकड़ी लगाने की जरूरत हो रही है। क्योंकि ऐसे इलाकों में जहां अराजक तत्वों से निपटने जब सेना जाती है तो वे महिलाओं को आगे कर सेना पर हमला बोलते हैं। ऐसे में अब महिला सैन्य टुकडियों की आवश्यकता महसूस की जा रही है। हम पहले सेना पुलिस में महिलाओं क भर्ती से इसकी शुरूआत करेंगे अगर वहां पर सफलता मिली तो अगले कदम पर विचार किया जायेगा।
भारतीय सैन्य पुलिस
भारतीय सेना में अब तक सेना पुलिस का काम कैंटोनमेंट और सैन्य प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करने के साथ-साथ शांति काल में सेना के आवागमन में मदद करना और उसे सुरक्षित बनाने में सहायता करना होता है। इसके अलावा युद्धकाल में सैनिकों की आवश्यता पूर्ति के संसाधनों को उपलब्ध करने में महती भूमिका निभाना होता है। इसके साथ ही सेना पुलिस के जिम्मे युद्धकाल में बनाए गये युद्ध बंदियों की भी जिम्मेदारी होती है। यह सेना पुलिस जरूरत पड़ने पर सिविल पुलिस की मदद भी करती है।
सेना और महिलाएं
सेना में महिलाओं की नई भूमिका का ताना बाना बुनना शुरू हो गया है। मौजूदा समय में महिलाएं सेना के कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में ङी अपनी सेवाएं दे रही है। जिसमें मेडिकल, लीगल, शिक्षा, सिग्नल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र हैं। अब आने वाले समय में सेना प्रमुख ने महिलाओं के दायरे को बढ़ाने की बात कही है। अभी तक महिलाओं को इन क्षेत्रों के आगे कभी नही जाने दिया गया था। इसकी कुछ खास वजह मानी जाती रही है। ऑपरेशनल चुनौतियों और लॉजिस्टिकल इश्यूज ने महिलाओं को लड़ाकू सैन्य व्यवस्था से दूर रखा था। लेकिन मौजूदा वक्त की जरूरत ने इस क्षेत्र में भी महिलाओं की भर्ती के द्वार खोलने के संकेत दिए हैं। इसके लिए सेना प्रमुख और सरकार के बीच बातचीत चल रही है।
माना जा रहा है कि जल्द ही सरकार सेना के इस प्रस्ताव पर विचार कर मुहर लगा सकती है। अभी तक सेना में महिलाओं की भूमिका एक सीमित इलाके तक ही थी। लेकिन जल्द ही महिलाएं अब सेना में लड़ाकू भूमिका में मोर्चा लेती दिखेंगी। इस बारे में सेना प्रमुख ने साफ कहा कि अब महिलाओं को नई भूमिका में अपनी ताकत और पहचान दिखानी होगी।
कश्मीर के साथ चीन पर भी बोले जनरल रावत
कश्मीर के हालत का भी जिक्र करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में ताजा हालत चिंताजनक हैं। वहां के युवाओं को सोशल मीडिया और फर्जी खबरों के जरिए आतंकी संगठन भड़काने में लगे हुए हैं। अगर हमें इन सबसे निपटना है तो अपनी तकनीकि क्षमता को भी बढ़ाना होगा इसके साथ ही हमें लोगों के बीच अपनी खास जगह बनानी होगी हमें सोशल इंजीनियरिंग करनी होगी। इसके अलावा हाल में चीनी हेलीकाप्टर का भारतीय सीमा के पास उड़ने की बात का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि हमें लगता था कि चीन की सीमाओं से घुसपैठ हो सकती है। लेकिन अभी वहां पर ऐसा कुछ भी नहीं है। हां एक चीनी हेलीकाप्टर सीमा के पास तक उड़ा था। तो हम भी कभी कभी सीमा के पास के इलाकों की निगरानी के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।
इसके पहले आर्मी चीफ को आईएमए की पासिंग आऊट परेड की भव्य सलामी दी गई। इस बार की पासिंग आऊट परेड में भारत के अलावा कई अन्य देशों के भी कैडेट इस प्रशिक्षिण केन्द्र से पास आऊट हुए हैं। इस बार 490 कैडेट आईएमए से सेना की मुख्यधारा में जुड़ने के लिए पास आऊट हुए हैं। जिसमें से भारतीय सेना को 423 नये जांबाज अफसर मिले हैं। इसके अलावा मित्र राष्ट्रों के 67 कैडेट भी पासिंग आऊट परेड का हिस्सा रहे हैं। इस दौरान इन सभी कैडेटों ने आर्मी चीफ जनरल रावत को पहले सलामी दी है। इस बार की परेड में यूपी का पहला नम्बर, दूसरे पर हरियाणा और तीसरे पर उत्तराखंड रहा है।
कौन किस नम्बर पर रहा
उत्तरप्रदेश- 74
हरियाणा- 49
उत्तराखंड- 40
राजस्थान- 30
बिहार- 28
महाराष्ट्र- 24
दिल्ली- 23
हिमाचल प्रदेश 21
पंजाब- 17
केरल-17
मध्यप्रदेश- 13
पश्चिम बंगाल-11
कर्नाटक- 11
जम्मू-कश्मीर- 11
मणिपुर- 8
आंध्रप्रदेश- 7
असम- 7
चंडीगढ़- 6
झारखंड- 5
ओडिशा- 5
तमिलनाडू- 5
गुजरात- 3
छत्तीसगढ़- 2
नागालैंड- 1
तेलंगना- 1