नई दिल्ली/श्रीनगर। घाटी में बढ़ रही पत्थरबाजी की घटनाओं ने दिल्ली में भी हड़कंप मचा दिया है। जगह और समय के साथ-साथ इन पत्थरबाजों के रुप में भी बड़ा बदलाव देखा गया। पहले ये पत्थर सिर्फ घाटी के लड़को के हाथ में होते थे लेकिन अब इन पत्थरबाजों की ब्रिगेड में लड़कियां भी कंधे से कंधा मिलाकर सेना के जज्बे को छल्ली करने में जुटी है। लेकिन अब इन पत्थरबाजों के मनसूबों को चोट पहुंचाने के लिए सरकार ने एक खास प्लान बनाया है जिसमें करीबन 1000 महिला पुलिसकर्मी अहम भूमिका निभाएंगी।
खबरों की मानें तो जल्द ही महिला पुलिसकर्मी केंद्र सरकार की नवगठित पांच भारतीय रिजर्व बटालियों का हिस्सा होंगी। इनका खर्च 61 करोड़ होगा जिसका 75 फीसदी खर्च केंद्र सरकार उठाएगी।ये बटालियन शुरुआती तौर पर घाटी में होने वाली पत्थरबाजी जैसी घटनाओं से निपटेंगी साथ ही राज्य में बनाई जा रहीं पांच इंडिया रिजर्व्ड बटालियंस का हिस्सा होंगी।
इस समय देश भर में 144 रिजर्व बटालियनें मौजूद हैं जिनमें से 4-4 बाटालियन नक्सली हिंसा प्रभावित 12 राज्यों में तैनात है। पांचों बटालियन में पुलिसकर्मियों की भर्ती के लिए 5,000 पद है जिनमें घाटी के लगभग 1.40 लाख युवाओं ने आवेदन किया है जिसमें से 6,000 आवेदक महिला है। बता दें कि घाटी में इन दिनों पत्थरबाजी की घटनाओं में काफी इजाफा हुआ है जिसमें महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अब इसी से निपटने के लिए सरकार इस तरह का एक्शन प्लान बना रही है।
(शिप्रा सक्सेना)