नई दिल्ली। इन दिनों देश में उपवास रखने का जैसे चलन ही निकल पड़ा है। दलितों के दिलों में जगह बनाने के लिए कांग्रेस के सांकेतिक उपवास का मुद्दा शांत भी नहीं हुआ था के अब पीएम मोदी और अमित शाह ने भी उपवास रखने का ऐलान कर दिया है। बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामे के चलते ठप हुए कामकाज को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने एक दिन का उपवास रखने का फैसला लिया है।
दरअसल इस साल का बजट सत्र विपक्ष और एनडीए के समर्थक रहे टीडीपी के सांसदों के विरोध की भेट चढ़ गया था। जहां कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेर रहा था तो वहीं टीडीपी आंध प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रही थी। टीडीपी के सांसदों ने अपनी मांग के चलते संसद में पेपर तक उछाल दिए थे। ये मामला शांत होता की कांग्रेस समेत टीडीपी और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ ये जानते हुए आविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कि की सरकार की स्थिति मजबूत है।
गौरतलब है कि पीएम और शाह के उपवास से पहले एससी/एसटी कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दलितों की तरफ से विरोध और भारी बवाल के बाद हुए लाठीचार्ज के विरोध में इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठ नेता सोमवार को राजघाट में उपवास पर बैठे थे। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि यह उपवास सांप्रदायिक सदभाव को संरक्षित करने और जातिगत हिंसा के खिलाफ है।