लखनऊ। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार “अनजान” ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को आईना दिखाने वालों के रौंदा जा रहा है। मोदी सरकार की यही नीति है।
अतुल कुमार अनजान ने कहा कि समाचार पत्रों और टीवी की स्वतंत्रता पर पिछले 4 वर्षों से संगठित हमले हो रहे थे। केंद्र की मोदी सरकार अपने हितों के लिए उन्हें तोड़ मरोड़ रही थी। सच्चाई पर आधारित सरकार की नीतियों के दुष्परिणामों को उजागर करना देशद्रोही गतिविधि के अंदर माना जाने लगा।
पिछले एक वर्षों से समाचार पत्रों और टीवी चैनलों ने वास्तविकता को ध्यान में रखते हुए बढ़ती महंगाई बेरोजगारी और करोना काल के सरकारी कुरीतियों के दुष्प्रभाव से हुई असंख्य मौतों की रिपोर्ट जनता के सामने प्रस्तुत की तो सरकार असहज हो गई।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के अंतर्गत कार्यपालिका और न्यायपालिका दोनों को अपने हिसाब से संचालित करने के प्रयास के बाद मोदी सरकार अघोषित इमरजेंसी में लोकतंत्र के चौथे खंभे “खबर पालिका” पर हमला करने पर उतारू हो गई है।
भारत सरकार को विशेष रूप से गृह मंत्री को बताना चाहिए कि भारत समाचार टीवी पर हमला कर उन्हें क्या मिला। क्या कारण थे कि भास्कर समूह पर हमला किया। सरकार और उसकी मशीनरी असहमति की कोई आवाज और सच्चाई को सुनने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि संपूर्ण क्रांति का नारा देने वाले सत्ता में बैठकर संपूर्ण भ्रांति के दौर में अपने को लपेट चुके हैं। जयप्रकाश नारायण की सारी नीतियों को सत्ताधारी राजनीतिक नेताओं ने पटना के गांधी मैदान में खोदकर गाड़ दिया है। जनता को इनके कर्म के खिलाफ “खबर पालिका” की स्वतंत्रता के लिए आवाज बुलंद करने के लिए आगे आने होगा। यही वक्त की पुकार है।