लखनऊ: कोरोना से निपटने के लिए सरकार लगातार कई प्रयास कर रही है। डीआरडीओ ने अस्थाई अस्पताल बनाया, इसके अलावा अन्य प्रमुख अस्पतालों को कोविड मरीजों के लिए संरक्षित किया गया। इसके बाद अब आयुष चिकित्सालय को भी कोरोना के इलाज में इस्तेमाल किया जाएगा।
वाराणसी और पीलीभीत से होगी शुरुआत
आयुष चिकित्सालय को कोविड अस्पताल में परिवर्तित किया जाएगा। इसकी शुरुआत वाराणसी के राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय और पीलीभीत के चिकित्सालय से होगी। वैश्विक महामारी के बीच संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इससे मरीजों को राहत मिलेगी। यहां जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन प्लांट भी लगाने की तैयारी है।
होम आइसोलेट मरीजों का रखा जा रहा विशेष ध्यान
कई ऐसे मरीज हैं, जिनका घर पर ही इलाज किया जा रहा है। उनके प्राथमिक उपचार को ध्यान में रखते हुए लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके संपर्क में है। अच्छी बात है कि ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन नहीं सही हो जा रहे हैं, जिन्हें अस्पताल भेजने की आवश्यकता नहीं होती। उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां कुल 2014 चिकित्सालय हैं। इनमें से 8 बड़े अस्पताल भी शामिल हैं। होम आइसोलेशन रह रहे मरीजों को काढ़ा और अन्य जरूरी दवाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं।