कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा के रख दिया है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि अस्पताल में बेड तक नहीं मिल रहें है। लेकिन इसी बीच अब एक अच्छी खबर सामने आ रही है। अगर किसी व्यक्ति को कोरोना हो जाता है या फिर उसे लगता है कि उसे कोरेाना के लक्ष्ण हैं और वह अस्पताल नहीं जाना चाहता है तो अब उनका इलाज होटलों में होगा। अगर किसी मरीज की हालात ज्यादा गंभीर होती है तो उसे एंबुलेंस की सुविधा भी दी जाएगी। दरअसल, बढ़ते मामलों और अस्पतालों में बेड की कमी को ध्यान में ध्यान में रखते हुए ओयो और उनके साथ कई होटलों ने अपने कमरों को कोविड के नॉन क्रिटिकल पेशंट के लिए खोल दिया है। साथ ही अपने होटल रूम्स को हेल्थकेयर यूनिट की शक्ल दी है। इनमें आपको ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स, डॉक्टर्स और नर्स की देखभाल मिलेगी। इस दौरान अगर मरीज की स्थिति गंभीर होती है तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा भी मिलेगी. हालांकि, यह अस्पताल में बेड की उपलब्धता पर निर्भर करता है.
मामलों को बढ़ता देख उठाया कदम
देश में इस समय कोरोना के केसों की संख्या करोड़ों तक पहंुच गई है। वहीं 2.50 लाख से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके है। हालात यह हैं कि कई अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह नहीं है. लगभग शहरों के सभी अस्पताल फुल हो चुके हैं। जिसके चलते यह कदम उठाया गया।
समय पर इलाज मिलना जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना इस समय भले ही जानलेवा बीमारी बन चुकी हो। लेकिन अभी भी अगर समय पर इलाज मिल जाए तो 90 प्रतिशत तक मरीज आसानी से रिकवर हो जाते हैं। क्योंकि इस वायरस को अभी तक कोई भी ठीक से समझ नहीं पाया है।
ये सुविधाएं दे रहे होटल्स
मुसीबत के समय हॉस्पिटैलिटी फर्म ने हेल्थकेयर सर्विस प्रोवाइडर्स के साथ टायअप करते हुए नॉन क्रिटिकल कोविड पेशेंट के लिए स्1 हेल्थ केयर फेसिलिटी शुरू की है। सरकार ने हेल्थकेयर यूनिट्स को तीन कैटिगिरी में डिवाइड किया है. इसमें L1, L2 व L3 शामिल है. L1 में नॉन क्रिटिकल पेशेंट जबकि L2 व L3 वो सेंटर है जहां ज्यादा गंभीर मरीजों के साथ डील किया जा रहा है.
Oyo ने संभाला जिम्मा
जब पूरा देश इस मुसीबत से जूझ रहा है तो ओयो ने इस मुसीबत से निकलने का जिम्मा उठाया। उन्होंने दिल्ली में लेडी हार्डिंग, अंबेडकर और लोक नायक हॉस्पिटल के साथ पार्टनरशिप की। इसमें हर समय नर्स केयर, ऑन डिमांड पैथालॉजी, फॉर्मसी सपोर्ट, डेली डॉक्टर विटिज और खाने के साथ अन्य और भी कई सुविधाएं हैं।
बाकी होटल भी आए आगे
ओयो के बाद दूसरी तरफ ट्रीबो ने हेल्थटेक स्टार्टअप मेड्डो के साथ पार्टनरशिप की । उन्होंने बताया कि 150 बेड तैयार किए गए है। जिसमें मरीजों को निशुल्क में रखा जा रहा है। इसके लिए लोगों को खुद को रजिस्टर्ड करके केवल मेडिकल व पैथालॉजी टेस्ट के लिए पैसा देना होगा। अब तक दिल्ली, एनसीआर, बैंगलोर, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे और कोलकाता में 350 बेड के साथ दस सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है. फैब इसके लिए पांच हजार रुपए पर नाइट चार्ज कर रहा है जिसमें रूकने से लेकर खाने-पीने और मेडिकल असिस्टेंस शामिल है. मेडिकेशन और जांच के लिए अलग से चार्ज देना होगा।