नई दिल्ली। नोटबंदी की घोषणा को आज दो महीने पूरे हो गए हैं, दो माह के समय में पहले के अपेक्षाकृत अब नोटों के लिए लाइनें और समस्याएं कम हो गई हैं। सरकार की तरफ से घोषणा के बाद समस्याआें को दूर करने के लिए 50 दिनों का समय मांगा गया था। आज दो महीने पूरे होने पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इन दो महीनों में देश में कई सारी बातें सामने आई हैं, भ्रष्टाचार और कालाधन खत्म करने के इस अभियान में सरकार को शुरुआती कामयाबी मिली है।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सिर्फ बैंकों में जमा होने से पैसे का रंग नहीं बदल गया है अब यह बात छुपी नहीं रही कि धन किसका है। उन्होंने कहा कि अब धन रखने वालों की पहचान की जा सकती है। अपनी फेसबुक पोस्ट, नोटबंदीः पिछले दो महीनों पर एक नजर में जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद हुई परेशानी और असुविधा समाप्त होने लगी है और आर्थिक गतिविधियां पटरी पर आ रही हैं। उन्होंने यह भी लिखा है कि बैंकों के पास बड़ी मात्रा में नकदी आने से ब्याज दरें नीचे आएंगी।
वित्त मंत्री ने कहा, जब एक साथ 86 प्रतिशत मुद्रा को चलन से बाहर कर दिया जो कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 12.2 प्रतिशत है और उसे नई करेंसी से बदला जाए, तो उस फैसले के बड़े प्रभाव होना स्वाभिवक है। जेटली ने कहा कि बैंकों के आगे से अब कतारें समाप्त हो गई हैं और बैंकिंग प्रणाली में नकदी डालने का काम आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, दर्द और असुविधा का समय समाप्त हो रहा है। आर्थिक गतिविधियां रास्ते पर आ रही हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के लिए साहस और क्षमता दोनों की जरूरत है। इस फैसले के क्रियान्वयन से परेशानी होगी। इससे लघु अवधि में आलोचना तथा असुविधा होगी।