नई दिल्ली। साल 2017 में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले रिचर्ड थैलर भी नोटबंदी का समर्थन कर चुके हैं। पीएम मोदी ने 8 नवंबर की रात को नोटबंदी का एलान किया था। जिसके बाद थैलर ने ट्वीट कर कहा था कि नोदबंदी एक ऐसा फैसला है जिसका वो समर्थक करते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि ये कदम भ्रष्टाचार और कैशलेस अर्थव्यवस्था के लिए उठाया गया कदम है। हालांकि थैलर ने 2000 के नोटों को लेकर क्षोभ जाहिर किया था। 2000 हजार के नोटों को लेकर उन्होंने कहा था कि ये वाकाई निराशा जनक है। ये ट्वीट थेलर के नाम से जिस ट्विटर हैंडल से किये गये हैं वह आधिकारिक तौर पर प्रमाणित नहीं है।
बता दें कि नोबेल पुरस्कार के आधिकारिक फीड में उस हैंडल को टैग भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन भी इस साल अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरूस्कार की दौड़ में शामिल थे। नोटबंदी को लेकर उनका कहना है कि मैं कभी भी नोटबंदी के समर्थन में नहीं था। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में अर्थशास्त्र तथा व्यावहारिक विग्यान के प्रोफेसर थेलर ने नोटबंदी के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा था कि वह इस नीति के पुराने समर्थक हैं।
वहीं अर्थशास्त्र के नोबेल के लिए जिन 6 लोगों को नामांकन हुआ था। उनमें भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन का नाम भी था। राजन ने पिछले दिनों दिए इंटरव्यू में कहा था कि नोटबंदी के दौरान अगर वह रिजर्व बैंक गवर्नर होते तो इसकी इजाजत नहीं देते।