लखनऊ। कोरोना की भीषण त्रासदी के बीच यूपी सरकार ने ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए ‘ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी’ नाम से एक डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को किया। आपको बता दें कि ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए यह व्यवस्था लागू करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है।
गौरतलब है कि यूपी में ऑक्सीजन की कमी की वजह से त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। बोकारो से प्रदेश सरकार ऑक्सीजन की आपातकालीन आपूर्ति कर रही है। यूपी का शायद ही कोई ऐसा जिला हो जहां ऑक्सीजन का संकट ना हो। इसकी वजह से कई अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करने मना तक कर दिया है। कई अस्पतालों ने साफ कह दिया है कि मरीज खुद का ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर भर्ती होने आएं।
इन सारी समस्याओं से निपटने के लिए सीएम योगी ने अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसी सिलसिले में यूपी सरकारक ने ऑक्सीजन सिलेंडर लेने की नीति बना दी है। जिससे अनाधिकृत रूप से गैस की बिक्री ना हो।
अपर मुख्य सचिव, गृह, अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि यह प्लेटफार्म काफी उपयोगी साबित होगा। इसको प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, चिकित्सा शिक्षा विभाग, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, परिवहन एवं गृह विभाग के सहयोग से तैयार किया गया है। इसमें रोडिक कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने बताया कि रोडिक कंसल्टेंट के प्रतिनिधि ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले सरकारी एवं निजी अस्पतालों में मौजूद रहकर समयबद्ध रूप से ऑक्सीजन की सुगम आपूर्ति कराना सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए वेब पोर्टल/लिंक तैयार किया गया है। जिसको ऑक्सीजन सप्लाई चेन से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा प्रयोग किया जा सकेगा। कम्पनी के प्रतिनिधिगण अस्पताल की ऑक्सीजन आवश्यकता का विवरण पोर्टल पर अपलोड करेंगें।
पोर्टल पर ऑक्सीजन सप्लाई में लगे वाहनों की ऑनलाइन उपस्थिति को ट्रैक करते हुये निकटस्थ वाहन को अस्पताल के लिए रवाना किया जायेगा। इससे जहां एक ओर वहां पर ऑक्सीजन की मांग शीघ्र पूर्ण होगी वहीं निर्धारित वाहन के पहुंचने में लगने वाले समय की भी बचत होगी।
प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई को देने वाले वाहनों की रियल टाइम लोकेशन की इस डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से मॉनिटरिंग व ट्रेकिंग होने से अस्पतालों की मांग पर यथाशीघ्र ऑक्सीजन की व्यवस्था सुलभ हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन सप्लाई कार्य में लगे वाहनों को इस प्लेटफार्म से जोड़ा जायेगा, ताकि उनकी रियल टाईम लोकेशन ज्ञात रहे। कम्पनी के प्रतिनिधि रिफिल स्टेशन पर भी उपस्थित रह कर इस कार्य में सहयोग करेंगे। यह भी प्रयास किया जा रहा है कि हर ऑक्सीजन वाहन पर ड्राईवर की पर्याप्त संख्या उत्पन्न रहें, ताकि निर्वाध गति से उनका आवागमन हो सके।