लखनऊ। बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक के बाद भाजपा नेताओं की एक तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या किनारे एक प्लास्टिक की कुर्सी पर बैठे हुए हैं। जबकि, उसी तस्वीर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, उपमुख्यमंत्री डॉ़ दिनेश चद्र शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधा मोहन सिंह भी बैठे हुए हैं, लेकिन उन्हे लकड़ी की कुर्सी दी गई है।
बीजेपी नेताओं की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है। लोग सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर केशव प्रसाद मौर्या को ही क्यों हमेशा अलग कुर्सी दी जाती है। इस मुद्दे को लेकर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ने ओमप्रकाश राजभर ने भी निशाना साधा है।
ओमप्रकाश राजभर ने एक टीवी डिबेट में कहा कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद प्रदेश के सम्मानित और पिछड़े समाज के एक बड़े नेता हैं। लेकिन, बीजेपी उनके सम्मान के साथ हमेशा मजाक करती है। आखिर ऐसा क्यों होता है कि उन्हें कभी बैठने के लिए स्टूल दिया जाता है तो कभी प्लास्टिक की कुर्सी। जबकि वहीं पर दूसरे नेता बड़ी कुर्सियों पर विराजमान होते हैं।
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि केशव प्रसाद मौर्या के साथ यह भेदभाव से साफ जाहिर है कि बीजेपी में पिछड़ों का कितना सम्मान है। उन्होंने कहा कि पिछड़े समाज का बीजेपी ने हमेशा अपमान किया है। आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया है। बार बार पार्टी में शामिल पिछड़े समाज के नेताओं के साथ भेदभाव किया जाता है। यही बीजेपी का चाल चरित्र और चेहरा है।
उन्होंने यह भी कि केशव के ही नेतृत्व में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की थी। लेकिन, उनके योगदान को दरकिनार कर दिया गया। पिछड़ों के वोट पर सत्ता पाने वाली बीजेपी ने हमेशा इस समाज को धोखा दिया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछड़ों के आरक्षण को सबसे ज्यादा नुकसान योगी सरकार ने किया है।