नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली के बाद पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी राफेल सौदा पर वायुसेना और सेना प्रमुख की बयानबाजी पर आपत्ति जताई है। चिदंबरम ने कहा है कि राफेल विमान की क्षमता पर किसी को शक नहीं है बल्कि विमान के सौदे पर सवाल हैं। ऐसे में सेना और वायुसेना प्रमुख का राफेल विमान सौदे पर बयानबाजी अनुचित है।
विमान की क्षमता पर संदेह नहीं
पी चिंदबरम ने कहा, “हम वायु सेना प्रमुख पर सवाल खड़े नहीं कर रहे हैं, हम विनम्रता के साथ सेना और वायु सेना से इस बहस से बाहर रहने का अनुरोध कर रहे हैं क्योंकि कोई भी विमान की क्षमता पर संदेह नहीं कर रहा है, बल्कि सौदे पर सवाल उठाए जा रहे हैं।”
वायुसेना प्रमुख के बयान पर जताई थी आपत्ति
इससे पहले वीरप्पा मोइली ने वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ पर झूठ बोलने के गंभीर आरोप लगाए हैं। मोइली ने कहा कि धनोआ ने सच को दबाने के लिए झूठ बोला। बता दें कि एक दिन पहले ही धनोआ ने जोधपुर में कहा था कि राफेल सौदा देश की सुरक्षा के मामले में गेम चेंजर साबित होगा। वहीं, उन्होंने राफेल सौदे पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को शानदार बताया था।
मोइली ने कहा, ‘सरकारी रिकॉर्ड में रक्षा मंत्री और वायु सेना प्रमुख धनोआ चाहते थे कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को शामिल किया जाए। धनोआ उस वक्त दसॉ के साथ एचएएल भी गए थे और एचएएल को सक्षम पाया और कहा था की कि उनमें क्षमता है। मुझे लगता है कि धनोवा झूठ बोल रहे हैं, वह सच को दबा रहे हैं।’