नई दिल्ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार भी यूपी की योगी सरकार के राह पर चल पड़ी है। केजरीवाल सरकार ने फैसला किया है कि अब दिल्ली में महापुरूषों के जन्म अथवा निर्वाण दिवस के अवसर पर किसी भी तरह की सरकारी छुट्टी नहीं होगी। यानि की राजधानी दिल्ली में काम कर रहे सरकारी मुलाजिमों को अब 5 छुट्टियां कम मिलेंगी।
इस संबंध में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार(28-04-17) को कहा कि दिल्ली सरकार भी महापुरुषों के जन्म अथवा निर्वाण दिवस पर होने वाली छुट्टियां रदद् करेगी। इस बारे में मुख्य सचिव को निर्देश दे दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले में अच्छी पहल की है। हमें अन्य राज्यों से सीखने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। दिल्ली सरकार की मोहल्ला क्लीनिक और लाल बत्ती खत्म करने की पहल को राष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिला है।
लोग इन्हें अपना रहे हैं इसीलिए हमे भी अच्छी पहल को अपनाना चाहिए। इससे हमारा भी हौसला बढ़ा है।
वहीं मुख्य सचिव कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अगले दो से तीन दिनों में ऐसी सभी छुट्टियों का ब्योरा तैयार किया जाएगा जिन्हें रद्द किया जाना है। महापुरुषों के नाम पर दी जाने वाली छुट्टियों को रद्द करने का सुझाव पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने भी दिया था।
दरअसल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा शिक्षकों के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का विशेष सेमिनार रखा गया था। उस दौरान पूर्व राष्ट्रपति ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से कहा था कि महापुरुषों के जन्म या निर्वाण पर छुट्टियां देने की जगह कर्मचारियों को अधिक काम करने की सलाह देनी चाहिए। उन्होंने विशेष तौर पर कहा था कि उनकी मौत पर सरकार छुट्टी घोषित करने की जगह दो घंटे अधिक काम करने का निर्देश दे। इस पर सिसोदिया ने विचार करने का आश्वासन भी दिया था।
दिल्ली सरकार भी महापुरुषों के जन्म अथवा निर्वाण दिवस पर होने वाली छुट्टियां रदद् करेगी। इस बारे में मैंने मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं।1/3
— Manish Sisodia (@msisodia) April 28, 2017