भारत-चीन सीमा पर तनाव करीब 4 महीने से बना हुआ हैं। दोनों देशो के बीच तनाव के चलते चीन ने सीमा पर अपनी सेना की तैनाती बढ़ा ली हैं। दोनों देशो के सीमा विवाद पर बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने संसद में बयान दिया हैं। गृह मंत्रालय की और से बताया गया कि पिछले 6 महीने में भारत-चीन सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं हुई हैं।
सीमा पर कोई घुसपैठ नहीं: गृह मंत्रालय
राज्यसभा में एक सांसद की ओर से सवाल पूछा गए सवाल पर गृह मंत्रालय की और से स्पष्टता दी गई। सांसद ने पिछले 6 महीने में पाकिस्तान और चीन की सीमा पर घुसपैठ में बढ़ोतरी को लेकर सवाल पूछा था। जिसपर गृह मंत्रालय की ओर से लिखित बयान दिया गया हैं। गृह मंत्रालय के लिखित बयान में चीन सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ ना होने की बात कही गई हैं।
मौजूदा स्थिति LAC का उल्लंघन
बता दें कि भारत-चीन सीमा पर जो मौजूदा स्थिति बनी हुई है, उसे लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) का उल्लंघन माना जा रहा हैं। ऐसे में इसे घुसपैठ नहीं माना गया हैं। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक, घुसपैठ शब्द का इस्तेमाल अधिकतर LoC पर आतंकियों के लिए किया जाता हैं। साथ ही गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान की ओर से की जा रही घुसपैठ का आंकड़ा दिया हैं।
गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में दिया बयान
गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में कहा कि सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सरकार ने काफी कदम उठाए है। बॉर्डर फेंसिंग, इंटेलिजेंस, ऑपरेशनल कॉर्डिनेशन समेत कई तरीको से पाकिस्तान से हो रही घुसपैठ को रोका गया हैं।
रक्षा मंत्री ने भी दिया था स्पष्टीकरण
बता दें कि मंगलवार को ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में चीन के साथ तनाव पर बयान दिया था। रक्षा मंत्री ने कहा था कि चीन ने 1993 के समझौते का उल्लंघन किया हैं। चीन की ओर से मौजूदा LAC की स्थिति को बदलने की कोशिश की जा रही है। सीमा पर बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया हैं।
रक्षा मंत्री ने अपने बयान में सदन को बताया कि भारत चीन के साथ बातचीत कर मसले को सुलझाना चाहता हैं। सीमा पर दोनों देशो के बीच शांति चाहता हैं। उन्होंने कहा कि अगर चीनी सेना पीछे नहीं हटती है, तो भारत किसी भी परिस्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं।